इस मायने में बहुत खास है जेवर एयरपोर्ट का मास्टर प्लान, जानिए सब कुछ
नोएडा. यूपी (UP) में बन रहे जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Jewar International Airport) देश के सबसे बडे एयरपोर्ट होने का तमगा तो पहले ही मिल चुका है. लेकिन अब एयरपोर्ट के मास्टर प्लान पर मुहर लगने के साथ ही जेवर एयरपोर्ट देश का ऐसा पहला एयरपोर्ट होगा जिसके एंट्री और एग्जिट गेट एक ही साइड मतलब एक ही दिशा में होंगे. इसके साथ ही पहले फेस में क्या-क्या निर्माण कार्य होगा यह भी मास्टर प्लान में तय हो गया है. गौरतलब रहे जेवर एयरपोर्ट की जमीन की साफ-सफाई और उसे समतल करने का काम चल रहा है. जल्द ही पीएम नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) और सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) इसका शिलान्यास कर सकते हैं.
सबसे पहले यह बनेगा जेवर एयरपोर्ट पर
जेवर एयरपोर्ट के मास्टर प्लान पर गौर करें तो सबसे पहले एयरपोर्ट पर जिसका निर्माण किया जाएगा उसमे बाउंड्रीवाल बनाने से काम शुरु होगा. उसके बाद वाईआईएपीएल का दफ्तर और एयर ट्रैफिक कंट्रोल की बिल्डिंग बनाने का काम होगा. इसके साथ ही रनवे बनाई जाएगी. एक रनवे की लम्बाई करीब 4 किमी होगी. पहले फेस में दो रनवे बनाए जाएंगे. हर फेस के निर्माण कार्य के मुताबिक यहां टर्मिनल बिल्डिंग, कार्गो, ईंधन फॉर्म, वाहनों की पार्किंग और सार्वजनिक परिवहन केंद्र आदि भी बनाया जाएगा. इसके साथ ही ज्यूरिख कंपनी यहां पर इनफार्मेशन सेंटर भी बनाएगी.
दयानतपुर गांव की तरफ बनेंगे एंट्री और एग्जिट गेट
जेवर एयरपोर्ट के मास्टर प्लान के मुताबिक एयरपोर्ट में दाखिल होने और बाहर निकलने के लिए बनाए जाने वाले एंट्री और एग्जिट गेट एक ही दिशा में होंगे. यह गेट गांव दयानतपुर की तरफ बनाए जाएंगे. यह देश का पहला एयरपोर्ट होगा जिसके एंट्री और एग्जिट गेट एक ही तरफ होंगे. जबकि आमतौर पर एयरपोर्ट के एंट्री और एग्जिट गेट अलग-अलग रखे जाते हैं.
सुपर फास्ट मेट्रो रेल से जुड़ेंगे आईजीआई और जेवर एयरपोर्ट
जानकरों की मानें तो जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से शिवाजी पार्क स्टेडियम को सुपर फास्ट मेट्रो रेल कॉरिडोर से जोड़ने की योजना पर काम चल रहा है. इसके पीछे एक बड़ी वजह यह है कि शिवाजी पार्क स्टेडियम मेट्रो स्टेशन पहले ही आईजीआई एयरपोर्ट के लिए बनाए गए डेडीकेटेड मेट्रो कॉरिडोर का स्टेशन है. वहां से ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क-2 तक आने वाली यह लाइन जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को दिल्ली एयरपोर्ट से जोड़ देगी.
शिवाजी पार्क मेट्रो स्टेशन से ग्रेटर नोएडा में नॉलेज पार्क-2 तक फास्ट मेट्रो लाने के लिए नया कोरिडोर बनाया जाएगा या मौजूदा दिल्ली मेट्रो और एक्वा लाइन मेट्रो के कोरिडोर्स का इस्तेमाल करके प्रोजेक्ट पूरा किया जाएगा. जानकारों का कहना है कि हालांकि डीपीआर के दौरान यह संभावना तलाशी जाएगी. लेकिन एक्वा लाइन को इस्तेमाल करने पर फास्ट मेट्रो ट्रेन चलाना मुमकिन नहीं होगा.