एआईसीटीई ने एक दिन में प्रदान कीं 6.1 लाख इंटर्नशिप
भारत अवसरों का देश है। हमारे देश में बहुत सारे अवसर उपलब्ध हैं। छात्रों को कौशल प्राप्त करना चाहिए और उन्हें वास्तविक समय के अवसरों में फिर से तैयार करना चाहिए। भले ही ये अवसर शहरों में उपलब्ध हों, लेकिन हमारा लक्ष्य ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों के छात्रों के लिए समान अवसर प्रदान करना है। यह बात एआईसीटीई एनईएटी सीसीओ बुद्ध चंद्रशेखर ने अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के तीसरे इंटर्नशिप दिवस के आयोजन पर कही।
न
पहले से चौथे वर्ष तक के बीटेक छात्र होंगे इस इंटर्नशिप का हिस्सा
जिसमें एआईसीटीई ने एक दिन में रिकॉर्ड 6.1 लाख इंटर्नशिप की पेशकश की। इस मौके पर एआईसीटीई के उपाध्यक्ष डॉ एम पी पूनिया ने कहा कि इस तरह की इंटर्नशिप समय की मांग है। पहले वर्ष से चौथे वर्ष तक के बीटेक के छात्र जो इस इंटर्नशिप कार्यक्रम का हिस्सा हैं, उनसे मुझे आशा है कि इस तरह के कार्यक्रम से भारत को 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था के रूप में उभारने में मदद कर सकते हैं।
2025 तक एक करोड़ इंटर्नशिप प्रदान करेगा एआईसीटीई
एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रो. अनिल सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि पिछले साल, 5 लाख इंटर्नशिप आयोजित की गई थी और इस साल, हम एक ही दिन में 6.1 लाख इंटर्नशिप जोड़ रहे हैं, जिसका अर्थ है कि हम एक साल में जहां तक पहुंचे, इस बार हम एक ही दिन में मील का पत्थर हासिल कर रहे हैं। 2025 तक एआईसीटीई ने 1 करोड़ इंटर्नशिप प्रदान करने की योजना बनाई है। सामाजिक कल्याण और अधिकारिता मंत्रालय की संयुक्त सचिव राधिका चक्रवर्ती ने कहा कि युवा किसी भी राष्ट्र के लिए प्रमुख हितधारक हैं। 2030 तक आबादी का 60 प्रतिशत भाग युवा होगा।