राणे कंट्रोवर्सी के बीच उद्धव का बयान वायरल
3 साल पहले उद्धव ने योगी के खिलाफ किया था अपमान भरे शब्दों का इस्तेमाल, लोग बोले- इन पर एक्शन क्यों नहीं हुआ
केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने CM उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने की बात क्या कही, पूरे महाराष्ट्र में बवाल शुरू हो गया। चार शहरों में राणे के खिलाफ केस दर्ज हुआ। आनन-फानन में नासिक पुलिस ने राणे को गिरफ्तार किया। नाराज शिवसैनिकों ने महाराष्ट्र के 17 से ज्यादा शहरों में प्रदर्शन और तोड़-फोड़ की। इस बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का एक पुराना वीडियो सामने आया है, जिसमें वे योगी आदित्यनाथ को लेकर आपत्तिजनक बात कहते हुए नजर आ रहे हैं।
साल 2018 का यह वीडियो शिवसेना की दशहरा रैली का है। साल 2018 में CM योगी आदित्यनाथ ने खड़ाऊं पहनकर छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का माल्यार्पण किया था। इसके बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने उन्हें निशाने पर ले लिया था। उन्होंने योगी आदित्यनाथ पर आपत्तिजनक बयान दिया था। इस वीडियो के सामने आने के बाद अब सोशल मीडिया में उनके द्वारा राणे पर की गई कार्रवाई पर सवालिया निशाना लगाया जा रहा है। सोशल मीडिया में कुछ लोग इसे शिवसेना का ‘पाखंड’ कह रहे हैं। लोगों ने सवाल किया है कि इन पर एक्शन क्यों नहीं लिया गया।
उद्धव ने बेहद तल्ख भाषा का इस्तेमाल किया था
उद्धव ने अपने इस बयान में कहा था, ‘ईश्वर के प्रतिरूप शिवाजी महाराज की प्रतिमा के सामने जाने से पहले खड़ाऊं उतारना उनके प्रति सम्मान जाहिर करना है और यह एक सामान्य प्रक्रिया है। CM योगी आदित्यनाथ ने ऐसा नहीं किया, उनसे और क्या अपेक्षा की जा सकती है।’
उद्धव ने आगे कहा था,”वह मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है? वह एक योगी है, इसलिए उसे सब कुछ छोड़ देना चाहिए और एक गुफा में बैठना चाहिए। वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठता है और खुद को योगी कहता है। उसे UP और महाराष्ट्र के बीच संबंधों को समझना होगा। यह योगी तो गैस के गुब्बारे की तरह है, जो सिर्फ हवा में उड़ता रहता है। आया और सीधे चप्पल पहनकर महाराज के पास गया।’ इतना कहने के बाद उन्होंने काफी तल्ख शब्दों का इस्तेमाल किया था।
बयान के बाद हुआ था काफी हंगामा
उनके इस बयान के बाद काफी हंगामा हुआ था और उत्तर प्रदेश की हिन्दू युवा वाहिनी नाम के संगठन ने उद्धव ठाकरे को जूता मारने वाले को 51 हजार रुपये ईनाम देने की घोषणा कर दी थी। योगी आदित्यनाथ ने भी इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था, ‘मेरे अंदर उनसे कहीं ज्यादा शिष्टाचार है और मैं जानता हूं कि कैसे श्रद्धांजलि दी जाती है। मुझे उनसे कुछ भी सीखने की जरूरत नहीं है।’