अफगानिस्तान में एंकरिंग से हटाई गई इस महिला पत्रकार ने भारत से मांगी मदद, कही ये बात
काबुल. अफगानिस्तान (Afghanistan) पर तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद वहां की महिलाओं के अधिकारों को लेकर पूरा विश्व चिंतित है. विशेष तौर पर कामकाजी महिलाओं के भविष्य पर प्रश्न चिन्ह लगा हुआ है. अफगानिस्तान के सरकारी टीवी चैनल ‘रेडियो टीवी अफगानिस्तान’ (RTA) में बतौर एंकर काम करने वाली खदीजा अमीन भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रही हैं. 15 अगस्त को काबुल पर कब्ज़ा करने के बाद खदीजा को एंकरिंग से हटा दिया गया था. उन्हें इंतज़ार करने के लिए कहा लेकिन हफ्ता भर गुज़र जाने के बाद भी कोई आश्वासन नहीं मिला. अब खदीजा अमीन ने भारत के लिए वीजा अप्लाई किया और भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है. खदीजा अमीन से न्यूज़18इंडिया ने एक्सक्लूसिव बातचीत की.
सरकारी टीवी पर तालिबान के कब्जे के सबकुछ बदल गया
खदीजा अमीन ने बताया कि ‘तालिबान के लोग RTA के दफ्तर को संभाल रहे हैं. तालिबान के आने के बाद से काम पर नहीं गयी हूं. पहले जैसा एंकरिंग नहीं कर सकती. हमें अभी इंतज़ार करने के लिए कहा गया है. फिलहाल हम घर पर हैं. हमारे टीवी में काफी महिलाएं हैं. हमारी टीम में एंकरिंग करने वाली 5 महिलाएं थी अभी हम सब लोग घर पर हैं.
सुरक्षा को लेकर खतरा
खदीजा अमीन अपनी सुरक्षा और भविष्य को लेकर भी चिंतित नज़र आ रही हैं. खदीजा ने कहा ‘काम करने की जो आज़ादी पहले थी वो आज़ादी अब नहीं होगी. हमारे काम करने से इन्हें समस्या है, लेकिन उम्मीद है हमें इजाज़त मिलेगी. हमारे काम करने से घर चलता है अगर काम नहीं करेंगे तो घर कैसे चलेगा. 5-6 दिन गुजरने के बाद भी कोई जवाब नहीं आया है. मैंने कई इंटरनेशनल मीडिया चैनल्स को इंटरव्यू दिया है. अब अगर मैं काम पर जाऊंगी भी तो सेफ नहीं हूं. मुझे नहीं पता क्या होगा मेरे साथ.
खदीजा अमीन अफगानिस्तान छोड़ किसी दूसरे देश में बसना चाहती हैं. खदीजा ने कहा कि ‘मैंने भारत के लिए वीज़ा अप्लाई किया है. मैं चाहती हूं कि किसी दूसरे देश चली जाऊं. मैं चाहती हूं अगर भारत सरकार मेरी मदद करे. मुझे वीज़ा दिया जाए तो बहुत अच्छा रहेगा.
क्या तालिबान पर भरोसा किया जा सकता?
इस सवाल के जवाब में खदीजा कहती हैं कि ‘उन लोगों पर भरोसा रखना चाहते है. वो कह रहे हैं 20 साल पुराना तालिबान नहीं है तो शायद भरोसा हो. मैं चाहती हूं कि तालिबान पर यकीन करूं पर शायद ही कोई बदलाव आये इसका मुझे नहीं पता.