भारत पाकिस्तान के बीच बिना वीजे की यात्रा! बुधवार को बड़े फैसले का दिन
भारत पाकिस्तान के बीच करतारपुर गलियारे के निर्माण को लेकर बुधवार को एक बड़ा फैसला हो सकता है। बुधवार को उच्च अधिकारियों के बीच सिख श्रद्धालुओं के लिए प्रस्तावित करतारपुर गलियार को लेकर एक उच्च स्तरीय वार्ता होगी। वाघा-अटारी सीमा पर होने वाली बैठक में गलियारे को खोलने के लिए मसौदा समझौते को अंतिम रूप दिए जाने की सम्भावना है। बैठक 4 सितम्बर को सवेरे 10 बजे से शुरू होगी।
कश्मीर मुद्दे को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति में करतारपुर गलियारे पर पिछली बैठक बीते शुक्रवार को हुई थी। उसके बाद 4 सितम्बर को होने वाली बैठक में गलियारे को लेकर मसौदा समझौते को अंतिम रूप दी जाने की उम्मीद है। इस बैठक में पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व पाकिस्तानी विदेश कार्यालय के प्रवक्ता डा. मुहम्मद फैजल करेंगे। फिलहाल दोनों देश गलियारे के माध्यम से प्रतिदिन 5,000 सिख श्रद्धालुओं को पाकिस्तान में आने की अनुमति पर सहमत हुए हैं। शुक्रवार को हुई तकरीबन 2 घंटे की बैठक को लेकर दोनों पक्षों ने प्रस्तावित गलियारे के तकनीकी पहलुओं पर ‘‘अच्छी प्रगति’’ की बात कही थी। जिसके 4 दिन बाद अब दूसरी बैठक रखी जा रही है। पिछली बैठक कॉरिडोर के जीरो पॉइंट पर रखी गयी थी।
गौरतलब है कि करतारपुर कॉरिडोर आज़ादी के बाद दोनों देशों के बीच पहला वीजा मुक्त(VISA free) कॉरिडोर भी होगा। पाकिस्तान ने कहा है कि वह सीमापार करतारपुर गलियारा परियोजना का काम जारी रखेगा और सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की 550वीं जयंती पर नवंबर में इसे खोलेगा। आपको बता दें कि इस गलियारे के बनने से भारतीय सिख श्रद्धालु बिना किसी वीज़ा के गुरू नानक देव द्वारा स्थापित करतारपुर साहिब के दर्शन कर पाएंगे। श्रद्धालुओं को करतारपुर साहिब जाने के लिए केवल अनुमति लेनी होगी।