अफगानिस्तान से एक लादेन के बदले ढाई हजार जवान और लाखों करोड़ डॉलर गंवाकर निकला अमेरिका
अफगानिस्तान में 20 साल तक अमेरिकी सेना तैनात रही। अमेरिका ने अब तक के इतिहास में सबसे लंबी जंग अफगानिस्तान में ही लड़ी है। हालांकि, सवाल इसलिए उठाए जा रहे हैं कि आखिर कैसे 20 साल में तैयार किया गया किला इतनी आसानी से तालिबान के आगे ढह गया और इसमें बमुश्किल दो से तीन महीने का समय लगा। 31 अगस्त को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपनी सेना अफगानिस्तान से वापस बुला ली लेकिन इससे पहले काफी नुकसान भी हुआ जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती। तालिबान के खिलाफ अमेरिका ने जंग में अपने ढाई हजार जवानों को खो दिया और इसके अलावा लाखों करोड़ रुपये भी खर्चे।
कितनी मौतें?
9/11 हमले के बाद अमेरिकी कांग्रेस ने 18 सितंबर 2001 को ही हमले के गुनाहगारों को पकड़ने के लिए सेना को मंजूरी दे दी थी। अप्रैल 2021 तक के आंकड़ों के मुताबिक, इस लंबे संघर्ष में अमेरिकी सेना के 2 हजार 448 जवान मारे गए। इसके अलावा 3 हजार 846 कॉन्ट्रैक्टर्स, अफगानिस्तान सेना और पुलिस के 66 हजार जवान, नाटो सहित अन्य सहयोगियों के 1 हजार 144 सदस्य, 47 हजार 245 अफगान नागरिक, 51 हजार 191 तालिबान और अन्य लड़ाके, 444 एड वर्कर और 72 पत्रकारों की जान भी इस 20 साल की जंग में गई है।
अब तक कितना खर्चा
अमेरिका में बड़ा मुद्दा इन युद्धों की कीमत आम अमेरिकियों पर पड़ना भी रहा है। कोरिया के युद्ध से लेकर अब तक हर बार युद्ध की लागत को एक तरह से अमेरिका में टैक्स में इजाफा करके वसूला गया है। कोरियाई युद्ध के समय तत्कालीन राष्ट्रपति हैरी ट्रुमैन ने टैक्स में कुछ समय के लिए 92 फीसदी तक इजाफा कर दिया था। इसके बाद वियतनाम युद्ध के वक्त तत्काली राष्ट्रपति लिंडन जॉनसन ने 77 फीसदी तक कर बढ़ाया। हालांकि, जॉर्ज डब्ल्यू बुश के कार्यकाल में अमीरों के लिए टैक्स में बढ़ोतरी की बजाय 8 फीसदी की कटौती की गई। अफगानिस्तान और इराक युद्ध में अमेरिका ने अनुमानित तौर पर करीब 20 लाख करोड़ डॉलर खर्च किए हैं।
अमेरिका ने सिर्फ अफगानिस्तान की सेना को प्रशिक्षित करने और मजबूत बनाने में ही 20 साल के अंदर 83 अरब डॉलर खर्च कर डाले हैं। हालांकि, यह सेना तालिबान के आगे इतनी जल्दी पस्त हो गई कि इससे सीधा तालिबान को ही फायदा मिला। तालिबानियों ने न सिर्फ सत्ता अपने हाथ में ली है बल्कि उन्होंने अमेरिका से सेना को मिले बंदूक, गोला-बारूद, हेलीकॉप्ट और कई अन्य हाई टेक उपकरण अपने कब्जे में कर लिए हैं।