मेघालय में हिंसा के बाद सीएम के घर पर पेट्रोल बम से हमला, गृह मंत्री लखन रिंबुई ने दिया इस्तीफा
राज्य में हुई हिंसक घटनाओं के बाद बीते रविवार को गृह मंत्री लखन रिंबुई ने इस्तीफा दे दिया। - मेघालय में पूर्व विद्रोही नेता चेरिशस्टारफील्ड थांगख्यू Cherishterfield Thangkhiew की मौत के बाद हिंसा भड़क हुई है।
शिलांग। मेघालय में पूर्व विद्रोही नेता चेरिशस्टारफील्ड थांगख्यू Cherishterfield Thangkhiew की पुलिस मुठभेड़ में मौत होने के बाद हिंसा भड़क गई। आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं हुईं, इसके बाद रविवार को शिलांग में कर्फ्यू लगा दिया गया। राज्य के चार जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है और शिलांग में रविवार रात आठ बजे से मंगलवार सुबह पांच बजे तक कर्फ्यू लगा दिया गया है। ईस्ट खासी हिल्स, वेस्ट खासी हिल्स, साउथ खासी हिल्स और री-भोई जिले में शाम छह बजे से 48 घंटे के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को बंद किया गया है। हिंसक घटनाओं के बाद रविवार की शाम राज्य के गृह मंत्री लखन रिंबुई Home Minister Lahkmen Rymbui ने इस्तीफा दे दिया।
शिलांग के जाआव इलाके में रविवार को लोगों की भीड़ ने मावकिनरोह पुलिस चौकी के पुलिस की गाड़ी को आग लगा दी। गृह सचिव सीवीडी डिंगदोह ने कहा है कि तोड़फोड़ की कुछ घटनाएं सामने आई हैं जिनसे सार्वजनिक शांति और सद्भाव बिगड़ने का खतरा है तथा सार्वजनिक सुरक्षा को क्षति हो सकती है। शहर के कुछ हिस्सों से पथराव की घटनाएं भी सामने आई हैं। मोबाइल इंटरनेट बंद करने को लेकर मुख्य सचिव ने कहा कि एसएमएस, व्हाट्सऐप और फेसबुक, ट्विटर तथा यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया मंचों का ऐसे चित्रों, वीडियो और संदेश के प्रसार के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है, जिनसे कानून व्यवस्था बिगड़ने का खतरा है।
उग्रवादी चेरिस्टरफील्ड थांगखियु के समर्पण के बाद पुलिस ने एक मुठभेड़ में 13 अगस्त को उसे मार दिया था। पुलिस ने बताया कि 2018 में समर्पण करने के बाद थांगखियु ने आईईडी विस्फोटकों से किए गए कई हमलों की साजिश रची थी। पुलिस के अनुसार थांगख्यू ने पुलिस अभिरक्षा से भागने का प्रयास कर रहा था और पुलिसकर्मियों पर चाकू से हमला किया था, जवाबी कार्रवाई में उसपर गोलियां चलाईं जिसमें उसकी मौत हो गई।
थांगख्यू के परिवार ने उसकी मौत को “पुलिस द्वारा निर्मम हत्या” कहा जा रहा है। थांगखियु के शव को रविवार को दफनाया गया जिसके बाद इन क्षेत्रों से हिंसा की घटनाएं सामने आई थीं। थांगख्यू के अंतिम संस्कार में सैकड़ों लोग काले झंडे लेकर शामिल हुए और पुलिस और राज्य सरकार की निंदा की, कई लोग अपने घरों की छत पर तख्तियां लिए खड़े भी दिखे।