अमेरिकी राष्ट्रपति ने अफगानिस्तान में 1000 और सैनिक भेजने का दिया आदेश, तालिबान को दी चेतावनी
न्यूयॉर्क. तालिबान ने अफगानिस्तान ( Afghanistan crisis) के लगभग हर बड़े शहर पर कब्जा जमा लिया है. अब इस बात की आशंका बढ़ गई है कि वे जल्द ही देश की राजधानी काबुल की ओर बढ़ सकते हैं, जहां लाखों अफगान रहते हैं. इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने शनिवार को अफगानिस्तान में एक हज़ार और सैनिक भेजने का फैसला किया है. अब कुल मिलाकर 5000 अमेरिकी सैनिक की वहां तैनाती वहां हो जाएगी. इस तैनाती से अमेरिका अफगानिस्तान के ऐसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालना चाहता है, जिसने पिछले 20 सालों में उनके सैनिकों की मदद की.
अफ़ग़ानिस्तान में हज़ारों अमेरिकी सैनिकों को फिर से भेजने की सबसे बड़ी वजह है वहां के ताजा हालात. तालिबान ने कुछ ही दिनों में कई अफ़ग़ान शहरों पर कब्ज़ा कर लिया है. बाइडन ने हमलों की 20वीं बरसी से पहले अपने सैनिकों को वापस बुलाने के लिए 31 अगस्त की समयसीमा तय की थी. ऐसे में ये सवाल उठने लगे हैं कि क्या अमेरिका सैनिकों की वापसी का काम 31 अगस्त की समयसीमा के भीतर पूरा कर पाएगा.
इस बीच जो बाइडन ने तालिबान को नए सीरे से चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि जो कोई भी अमेरिकी कर्मियों या उनके मिशन को खतरे में डालेगा उन्हें करारा जवाब दिया जाएगा. बाइडन की ये चेतावनी तालिबान द्वारा मजार-ए-शरीफ पर कब्जा करने के बाद आई है. बताया जा रहा है कि वो अब राजधानी काबुल की ओर तेजी से मार्च कर रहे हैं.