बाड़मेर की शान है यह कीर्ति स्तम्भ, 50 साल पहले PM इंदिरा ने किया था स्थापित
बाड़मेर. भारत (India) आज आजादी की 75वींं वर्षगांठ (75th Anniversary Of Independence) बना रहा है. आजादी के 75 साल पूरे होने पर पूरे देश में हर जगह विभिन्न तरह के आयोजन हो रहे हैं. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे कीर्ति स्तम्भ के बारे में जानकारी देंगे जो पिछले 50 साल से देश के गौरवशाली इतिहास को अपने में समेटे हुए है. दरअसल, राजस्थान के सरहदी बाड़मेर (Barmer) के जिला मुख्यालय पर लगे इस कीर्ति स्तम्भ आज फिर से चर्चा में आ गया है, क्योंकि आज से ठीक 50 साल पहले देश की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इसे स्थापित करवाया था.
भारत-पाकिस्तान सीमा पर बसे सरहदी बाड़मेर के जिला मुख्यालय पर जिला कलेक्टर कार्यालय के ठीक आगे यह कीर्ति स्तम्भ लगा है . इसकी स्थापना देश की आजादी के 25 साल पूरा होने पर की गई थी. उस वक़्त की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश के संविधान और देश की स्वतंत्रता को अक्षुण बनाए रखने के लिए अपना बलिदान देने वालो के नाम वाले इन कीर्ति स्तम्भों को देश भर में स्थापित किया था. बाड़मेर जिला मुख्यालय पर कलेक्टर कार्यालय के ठीक आगे लगे इस कीर्ति स्तम्भ पर देश की संसद के साथ-साथ राष्ट्रीय चिन्ह अशोक चक्र, राष्ट्रीय पशु, पक्षी और पुष्प के साथ स्वतंत्रता सेनानियों के नाम भी अंकित हैं. 15 अगस्त 1972 को स्थापित इस कीर्ति स्तम्भ को यहां आने वाले लोग बड़े ही गौरव से निहारते नजर आते हैं. बाड़मेर जिला कलेक्टर लोकबंधु यादव के मुताबिक, 50 साल पहले लगाए गए इस कीर्ति स्तम्भ की पूरी देखरेख की जाती है. एक राष्ट्रीय धरोहर के रूप में खड़े इस स्तम्भ को देखकर हमे हमारे गौरवशाली संविधान पर और ज्यादा नाज होता है.
बीते 50 सालों से यह कीर्ति स्तम्भ यही स्थापित है. कलेक्ट्रेट आने वाले सैकड़ों फरियादी भी इसे बड़े गौरव से निहारते हैं. जिला कलेक्टर लोकबंधु यादव के मुताबिक, आजादी के 25वें साल में इस कीर्ति स्तम्भ को लगाया गया था. यहां रोजना आने वाले सैकड़ों लोग हमारे सविधान के बारे में जानकारी लेते है. राष्ट्रीय धरोहर के रूप में खड़े इस स्तम्भ को बड़ी सार-सम्भाल कर रखा जा रहा है. साथ ही आजादी दिलवाने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के भी उल्लेख किया गया है, जोकि फक्र से सिर ऊंचा करता है.