तालिबान के बढ़ते आतंक के बीच अफगानिस्तान के राष्ट्रपति ने दिया इस्तीफा? जानें अमेरिका के जवाब
अफगानिस्तान से अमेरिका का प्रभाव हटने के साथ ही तालिबानी आतंकवादी पूरे देश को कब्जे में लेने की कोशिश कर रहे हैं। इस दिशा में वह काफी आगे बढ़ चुके हैं। कई प्रांतों पर कब्जा कर लिया गया है। आज ही अफगानिस्तान के पश्चिमी प्रांत घोर की प्रांतीय राजधानी पर कब्जा कर लिया गया। एक अफगान अधिकारी ने यह जानकारी दी है। इस बीच अफगानिस्तान के राष्ट्रपति मोहम्मद अशरफ गनी के इस्तीफे को लेकर भी चर्चा हो रही है।
अमेरिका ने फिलहान इन कयासों पर विराम लगा दिया है। अमेरिकी रक्षा विभाग के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने पुष्टि की है कि अफगान राष्ट्रपति मोहम्मद अशरफ गनी के इस्तीफे की खबर गलत है। अफगान प्रकाशन खामा प्रेस ने पेंटागन के अधिकारियों के हवाले से कहा कि ‘यह खबर बिल्कुल गलत’ है।
तालिबान ने दक्षिण अफगानिस्तान में तीन और प्रांतीय राजधानियों को नियंत्रण में लिया
तालिबान ने दक्षिण अफगानिस्तान में तीन और प्रांतीय राजधानियों पर नियंत्रण कर लिया है जिसमें हेलमंद प्रांत भी शामिल है। तालिबान धीरे-धीरे राजधानी काबुल में सरकार की घेराबंदी के प्रयास के तहत आगे बढ़ रहा है। हेलमंद की प्रांतीय राजधानी लश्करगाह अफगानिस्तान सरकार के हाथों से फिसल गयी है। लगभग दो दशक के युद्ध के दौरान सैकड़ों की संख्या में विदेशी सैनिक वहां मारे गए थे।
तालिबान लड़ाकों ने हाल के दिनों में एक दर्जन से अधिक प्रांतीय राजधानियों पर कब्जा कर लिया है। ऐसे में जब अमेरिका कुछ सप्ताह बाद अपने आखिरी सैनिकों को वापस बुलाने वाला है तालिबान ने देश के दो-तिहाई से अधिक क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है।
हेलमंद में प्रांतीय परिषद के प्रमुख अताउल्लाह अफगान का कहना है कि तालिबान ने भारी लड़ाई के बाद प्रांतीय राजधानी लश्करगाह पर कब्जा कर लिया और सरकारी प्रतिष्ठानों पर अपना सफेद झंडा फहरा दिया है। उन्होंने कहा कि लश्करगाह के बाहर स्थित राष्ट्रीय सेना के तीन ठिकाने सरकार के नियंत्रण में हैं।
ज़ाबुल प्रांत में प्रांतीय परिषद के प्रमुख अत्ता जान हकबायन ने कहा कि राजधानी कलात तालिबान के नियंत्रण में चली गई है और अधिकारी पास के एक सैन्य शिविर में हैं और वे वहां से निकलने की तैयारी कर रहे हैं।
अफगानिस्तान के दक्षिणी उरुजगन प्रांत के दो जनप्रतिनिधियों ने कहा कि स्थानीय अधिकारियों ने प्रांतीय राजधानी तिरिन कोट को तेजी से आगे बढ़ रहे तालिबान के हवाले कर दिया है। बिस्मिल्लाह जान मोहम्मद और कुदरतुल्ला रहीमी ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि की। मोहम्मद ने कहा कि गवर्नर काबुल के लिए प्रस्थान करने के लिए हवाई अड्डे के रास्ते में हैं। इस नवीनतम घटनाक्रम से कुछ घंटे पहले विद्रोहियों ने देश के दूसरे और तीसरे सबसे बड़े शहरों पर तेजी से कब्जा कर लिया था। कंधार और हेरात पर नियंत्रण तालिबान के लिए अब तक की सबसे बड़ी सफलता है।