दाढ़ी काटने की झूठी अफवाह उड़ाकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश, पुलिस ने किया पर्दाफाश
उत्तर प्रदेश में एक आदमी के झूठ ने एक जिले की शान्ति भंग कर दी। हाल ही में एक मामला सामने आया जिसमे एक युवक ने ट्रेन में मारपीट करने और ज़बरन दाढ़ी काटने की खबर फैला दी जिससे दो दलों के बीच तनाव पैदा हो गया। हालांकि जांच में पता चला कि ये पूरी खबर एक अफवाह थी।
मामला कोतवाली बागपत इलाके का है जहां मुगलपुरा मोहल्ले के रहने वाले मुस्लिम युवक फारुख ने हिन्दुओ के खिलाफ अफवाह फैलाई थी। दरअसल जब फारुख दिल्ली से वापिस घर आए तो बिलकुल फटेहाल थे। उनके कपडे फटे हुए और दाढ़ी बिलकुल कटी हुई थी। घरवालों के पूछने पर उन्होंने बताया कि दिल्ली से वापिस आते हुए ट्रेन में कुछ युवको ने फारुख के साथ मारपीट की ओर उनके कपड़े फाड़कर दाढ़ी भी काट दी थी। उनके ये आरोप जंगल में आग की तरह फ़ैल गए जिससे हवा देने का काम किया साजिद नाम के एक युवक ने। साजिद ने फारुख की फोटो को ट्विटर पर इन आरोपों के साथ वायरल कर दिया। मामले की गंभीरता को देख इलाके के एसपी प्रताप गोपेन्द्र यादव ने एएसपी, सीओ व कोतवाली पुलिस को मामले की जांच की शुरुआत की। जांच के दौरान जब पीड़ित फारुख से सघनता से पूछताछ की गई तो वे अपने बयानों से पलट गए।
धार्मिक दबाव के चलते किया
पूछताछ में फारुख ने पुलिस को बताया कि वह कुछ वर्षों पहले एक इज्तमा में शामिल हुआ था जिसके बाद उसने दाढ़ी रख ली थी। हालाँकि अब फारुख का मन दाढ़ी कटवाने का करने लगा था लेकिन समाज के डर से वह दाढ़ी नही कटवा पा रहे थे। इसलिए लोनी में रहने वाले अपने एक दोस्त के घर जाकर फारुख ने अपनी दाढ़ी कटवा दी और वहां से घर लौटते वक्त खुद ही अपने कपड़े फाड़कर ये अफवाह फैला दी ताकि कोई उसपर ऊँगली न उठाए। उन्होंने बताया कि उनका इरादा अफवाह फैलाने का नहीं था। हालांकि बात बढ़ने पर उन्होंने चुप्पी साध ली। अब ऐसे में देखने वाली बात होगी कि देश में पहले से लगी सांप्रदायिक आग को बढ़ावा देने वाली ऐसी अफवाहों और उन्हें फैलाने वालो के खिलाफ सरकार क्या कदम उठाती है।
अजय त्यागी की रिपोर्ट