Saharanpur में प्रधानमंत्री आवास के 9190 मकान अधूरे, लाभार्थी ठंड के प्रकोप को झेलने को मजबूर
Saharanpur: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत स्वीकृत 17774 आवासों में से 8139 आवास ही पूरे हो सके हैं जबकि तीसरी किस्त नहीं मिलने के कारण 9190 आवासों का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है।
शीतलहर के चलते ऐसे लाभार्थी जिनके मकान अधूरे हैं वो शीतलहर के प्रकोप को झेलने को मजबूर हैं और अगली किस्त मिलने के इंतजार में अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। सूडा के परियोजना अधिकारी अनुज प्रताप सिंह ने आज कहा कि निदेशक को इस बारे में पूरी जानकारी से अवगत कराया जा चुका है। उम्मीद है कि इस माह के अंत तक बजट जारी हो जाएगा।
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अनेक लाभार्थी ऐसे हैं जिन्होंने अपने कच्चे मकान को ही तोड़ दिया था और पक्के मकान उनके अभी तक नहीं बन पाए हैं। वे लोग किसी तरह से बंदोबस्त करके तिरपाल और पालीथीन से मकान की छत को ढककर उसके नीचे रहने को मजबूर हैं। अनुज प्रताप सिंह के मुताबिक सहारनपुर नगर निगम के वार्ड-8 बिशनपुर में आरती का आवास एक वर्ष पहले मंजूर हुआ था।
Saharanpur अगली किस्त नहीं मिलने से मकान अधूरा
पहली किस्त मिलने पर आरती ने अपना कच्चा मकान तोड़ दिया और मकान की नींव भरने का काम पूरा किया। अगली किस्त नहीं मिलने से इसका मकान अधूरा पड़ा हैं। आरती के माता-पिता भी नहीं हैं। वह अपने घर के आंगन में बने स्नान घर में ही रहने को मजबूर है। इसी गांव में सित्तो के मकान का लैंटर तैयार है लेकिन किस्त नहीं मिलने से मकान अधूरा पड़ा है और तिरपाल डालकर रह रही है।
अधिकारियों का कहना है कि कोविड-19 के कारण पूर्णबंदी के चलते भुगतान में देरी हो रही है। 726 लाभार्थियों को पहली, 1613 को दूसरी और 1815 को तीसरी किस्त का भुगतान किया जाना बाकी है। इनमें से अक्टूबर-2020 में केवल 735 लाभार्थियों को दूसरी किस्त का भुगतान किया गया। बाकी 3455 लाभार्थियों को अगली किस्त नहीं मिल पाई।