8 फरवरी se WhatsApp हो जाएगा बन्द! जाने मार्क्स जुकरबर्ग ने क्यों कही ये बात
दुनियाभर में पॉपुलर ऐप WhatsApp अपने यूजर्स के लिए नए-नए फीचर्स लेकर आता रहता है. इस साल whatsAap में कई फीचर्स आने वाले हैं. WhatsApp जल्द ही अपनी नई प्राइवेसी पॉलिसी लेकर आने वाला है. अगर यूजर्स इस पॉलिसी को एक्सेप्ट नहीं करते हैं तो उन्हें ऐप डिलीट करना होगा.
आइए जानते हैं इस नई प्राइवेसी पॉलिसी में क्या है खास
भारत के करोड़ों व्हाट्सएप (WhatsApp) यूजर्स के लिए बड़ी खबर है। 8 फरवरी से करोड़ों भारतीय व्हाट्सएप उपभोगताओं का अकाउंट बंद हो जाएगा। इसके लिए व्हाट्सएप लगातार नोटिफिकेशन भी भेज रहा है। दरअसल व्हाट्सएप अपनी सेवा की शर्तों और गोपनीयता नीति में बदलाव करने जा रहा है और इसे स्वीकार करने के लिए अपने ग्राहकों को लगातार मैसेज भेज रहा है। व्हाट्सएप का कहना है कि अगर यूजर्स नए बदलाव और शर्तों को स्वीकार नहीं करते हैं तो उनका अकाउंट बंद कर दिया जाएगा।
फिलहाल व्हाट्सएप नोटिफिकेशन के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई है, लेकिन लिंक पर क्लिक करने पर यह बताया गया है कि व्हाट्सएप उपयोगकर्ताओं की जानकारी को मूल कंपनी फेसबुक के साथ आगे बढ़ाने और प्रोसेस करने को लेकर बदलाव किए गए हैं।
नए पॉलिसी में व्हाट्सएप की तरफ से लिखा गया है कि ‘जब आप हमारी सेवाओं को इंस्टॉल करते हैं या उपयोग करते हैं तो व्हाट्सएप को अपनी सेवाओं को संचालित करने, उपलब्ध कराने, सुधारने, समझने, कस्टमाइज करने, सपोर्ट करने और मार्केटिंग की कुछ जानकारी इकट्ठा करनी होती है। हमारी सेवाओं का उपयोग करने वाले और आपस में बातचीत करने वाले व्यवसायों को अपनी बातचीत की जानकारी हमें देने की जरूरत है।’
व्हाट्सएप के मुताबिक नई सेवा शर्तें 8 फरवरी से लागू होंगी। मोबाइल मैसेजिंग प्लेटफॉर्म ने कहा कि वह अपनी सेवाओं को संचालित करने, उपलब्ध करने, सुधारने, समझने, कस्टमाइज करने, सपोर्ट करने और मार्केटिंग में मदद करने के लिए थर्ड-पार्टी सर्विस प्रोवाइडर और अन्य फेसबुक कंपनियों के साथ काम करता है।
गौरतलब है कि फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने पिछले दिनों कहा था कि कंपनी मैसेंजर चैट, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप को मर्ज करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं। ताकि वे एक तरीके से जुड़े इंटरऑपरेबल सिस्टम की तरह काम करना शुरू कर सकें। उन्होंने आगें कहा कि ‘हम निश्चित रूप से व्हाट्सएप को उस इंटरऑपरेबिलिटी में लाना चाहते हैं। इसके अलावा ऐसी और भी विशेषताएं हैं जो हम मैसेंजर, इंस्टाग्राम इंटरऑपरेबिलिटी में भी जोड़ना चाहते हैं।’