वाराणसी में सोमवार से शुरू होगा 750 बिस्तरों का कोविड अस्थायी अस्पताल:योगी
वाराणसी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सहयोग से देश एवं राज्य में कोरोना महामारी का मजबूती से मुकाबले का दावा करते हुए रविवार को यहां कहा कि सोमवार से बीएचयू में रक्षा मंत्रालय के डीआरडीओ का 750 बिस्तरों का अस्थायी कोविड अस्पताल गंभीर मरीजों के लिए शुरू कर दिया जाएगा।
योगी ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के एम्फीथिएटर मैदान में मात्र कुछ दिनों में स्थापित तमाम स्वास्थ्य सुविधाओं वाले इस अस्पताल के निरीक्षण के बाद आला अधिकारियों के साथ वाराणसी मंडल में कोरोना वायरस संक्रमण एवं उससे निपटने के उपायों की समीक्षा कर उन्हें कई आवश्यक निर्देश दिये। अस्थायी अस्पताल का नाम बनारस घराने के मशूहर शास्त्रीय संगीत गायक पंडित राजन मिश्र पर रखा गया है, जिनकी मृत्यु कोरोना संक्रमण के कारण हो गई थी।
उन्होंने विश्वविद्यालय के केंद्रीय सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि डीआरडीओ का अस्पताल में 10 मई से मरीजों के मुकम्मल इलाज शुरू होने की उम्मीद है। यहां 750 बिस्तर स्वीकृत किये गये हैं, जिसमें से 250 आईसीयू सुविधाओं से लैस हैं। यहां कोविड मरीजों के लिए ऑक्सीजन समेत तमाम जरूरी सुविधाओं की व्यवस्था की गई है।
योगी ने कहा कि केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुसार राज्य सरकार कोरोना महामारी से उत्पन्न हालात से मजबूती के साथ मुकाबला कर रही है। 1000 मीट्रिक टन ऑक्सीजन उत्तर प्रदेश को आपूर्ति के लिए प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त किया। सामान्य हालात में राज्य 300-400 मीट्रिक टन ही ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ती है।
मुख्यमंत्री ने राज्य में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या लगातार घटने का दावा करते हुए कहा कि सरकार के प्रयासों से संकट की स्थिति में सुधार होने लगा है। 30 अप्रैल को तीन लाख 10 हजार कोरोना के मामले थे, जो आज घटकर के दो लाख 33 हजार तक आ गये हैं। यानी आठ दिनों में 77 हजार मामले कम हुए। प्रदेश में सर्वाधिक पॉजिटिव केस 24 अप्रैल को 38 हजार आये थे, जो धरे-धीरे कम होते गये। आज प्रदेश में कुल 23 हजार पॉजिटिव मामले सामने आये हैं तथा रिकवरी दर भी बढ़ी है।
उन्होंने कहा कि वाराणसी में जिले और मंडल के मामलों की भी आज समीक्षा की गई। यहां भी अपेक्षा के अनुरूप बेहतर परिणाम सामने आये हैं। यहां एक सप्ताह में अकेले वाराणसी मंडल में पॉजिटिव मामले नौ हजार 285 कम हुए हैं।
योगी ने कहा कि कोरोना संक्रामक फैलने के भय की आशंका में ऑक्सीजन की मांग बढ़ गई थी लेकिन प्रधानमंत्री के प्रयास से पूरे देश में ऑक्सीजन एक्सप्रेस एवं एयरफोर्स के विमानों से ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है। उत्तर प्रदेश में के अधिकांश कॉलेजों में अपने स्तर पर वहां की मांग पूरी हो रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार एवं समाज मिलकर प्रयास करेंगे तो सार्थक परिणाम निश्चित तौर पर सामने आयेंगे। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों समेत तमाम कोरोना योद्धाओं के कार्यों की सराहना की करते हुए कहा कि उनके साथ देशवासियों को बचाने के लिए दो स्वदेशी वैक्सीन पहले से उपलब्ध है तथा तीसरी के लिए केंद्र सरकार ने सहमति दे दी है।
उन्होंने कहा कि राज्य में 45 से अधिक उम्र के एक करोड़ 37 लाख को तथा 18 से अधिक के एक लाख से अधिक लोगों को टीके लगाये जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि सोमवार से 18 जिलों में टीकाकरण केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी ताकि अधिक से अधिक लोगों को उसका लाभ मिल सके। टीकाकरण के लिए पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा।
योगी ने वाराणसी के बीएचयू में पूर्वी उत्तर प्रदेश के अलावा बड़ी संख्या में बिहार के मरीजों के इलाज के होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए यहां डीआरडीओ के 750 अस्थायी अस्पताल की मंजूरी एवं इससे पहले यहां बीएचयू समेत अन्य अस्पतालों में पर्याप्त सुविधाएं बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया। निरीक्षण के दौरान उनके सहयोगी मंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी, मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल, अस्थायी कोविड अस्पताल के नोडल ऑफिसर मेजर जनरल डॉ. एस. के. सिंह समेत अन्य नेता एवं आला अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित अस्थायी अस्पताल के निरीक्षण एवं समीक्षा बैठक के बाद टिकरी गांव में कोरोना पीड़ित परिवारों से मिलकर उनका हालचाल जाना। उन्होंने बिंद एवं दलित बस्ती के कई लोगों से मुलाकात कर दवा एवं अन्य जरूरी इंतजामों के बारे में पूछा तथा अधिकारियों को उनकी मदद करने की हिदायत दी।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने अंजनी सिंह, राजेंद्र सिंह समेत कई लोगों से मुलाकात कर उनके परिजनों के बारे में जानकारी ली।
गौरतलब है कि रक्षा मंत्रालय के डीआरडीओ द्वारा तैयार इस अस्पताल का प्रभारी एडीएम सिटी को बनाया गया है।