कभी 700 डॉक्टरों का एक साथ इस्तीफा सुना है? बंगाल में ममता की ज़िद से इमरजेंसी के हालात!
पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों पर हुए हिंसक हमले के बाद अब एक बड़ा आंदोलन छिड़ गया है। बंगाल ही नही बल्कि बंगाल के बाहर भी कई राज्यों में डॉक्टरों को समर्थन मिला और दिल्ली, मुंबई समेत तमाम शहरों के बड़े अस्पताल बंद रहे। पश्चिम बंगाल में पूरा हेल्थ सिस्टम ही चरमराया नजर आ रहा है।
हिंसा होने के बाद अब तक बंगाल के 700 सरकारी डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया। इस मामले से निपटने को लेकर सरकार शुक्रवार को दिशाहीन नजर आई। गुरुवार को एसएसकेम हॉस्पिटल का दौरा करने वाली ममता बनर्जी पूरी तरह शांत रहीं। इस बीच ज्यादातर डॉक्टरों ने काम पर वापस लौटने के लिए सीएम ममता बनर्जी की ओर से माफी मांगे जाने की भी शर्त रखी है। यही नहीं दिल्ली स्थित एम्स के डॉक्टरों की असोसिएशन ने भी ममता सरकार को दो दिन का अल्टिमेटम दिया है। उन्होंने कहा कि यदि दो दिनों में पश्चिम बंगाल सरकार ने हमारी मांगें स्वीकार नहीं की तो फिर एम्स में भी अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी।
डॉक्टरों का गुस्सा गुरुवार को ममता बनर्जी की ओर से दिए गए उस बयान के चलते भड़का, जिसमें उन्होंने कहा था कि डॉक्टर या तो 4 घंटे में काम पर लौटें या फिर एक्शन के लिए तैयार रहें। ममता की धमकी से बेपरवाह जूनियर डॉक्टरों ने अपने आंदोलन को तेज कर दिया है और धीरे-धीरे तमाम सीनियर डॉक्टर्स भी उनके समर्थन में आ गए हैं।