वज्रपात में 7 लोगों की गई जान, अगले 24 घंटे के लिए इन जिलों में चेतावनी जारी

पटना. बिहार में मानसून के प्रभाव से देर रात भारी बारिश हुई. विभिन्न जिलों में मसलाधार बारिश के दौरान वज्रपात (ठनका) की खबर है. राज्य में ठनका 7 लोगों की मौत हो गई. इनमें नवादा के मेसकौर प्रखंड के मिर्जापुर पंचायत के दो अलग-अलग गांवों में दो जबकि गोपालगंज, सारण, सीवान, गया और रोहतास में एक-एक की हुई. बिहार आपदा प्रबंधन विभाग ने इसकी पुष्टि भी कर दी है. बता दें कि राज्य सरकार प्रावधानों के मुताबिक सभी मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री सहायता कोष से चार-चार लाख रुपये का अनुग्रह अनुदान दिया जाता है.

वहीं, पश्चिमी चंपारण जिले में ठनका गिरने से 7 लोग घायल हो गए. बताया जा रहा है कि ये सभी एक ही परिवार के हैं. इन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. मिली जानकारी के अनुसार परिवार के लोग एक साथ बैठकर बात कर रहे थे तभी बारिश शुरू हो गई और अचनानक वज्रपात हो गया. घटना  मैनाटांड़ प्रखंड क्षेत्र के सगरौवा गांव की है.

मौसम विभाग के अनुसार झारखंड के आसपास बने चक्रवाती परिसंचरण की स्थिति को देखते हुए सूबे में अगले दो से तीन दिन वज्रपात और बारिश की स्थिति बनी रहेगी. अगले 24 घंटे में उत्तर पूर्व बिहार पर इसका ज्यादा असर देखा जाएगा. सुपौल, अररिया, पूर्णिया, मधेपुरा, सहरसा और किशनगंज में अगले दो दिनों में यानि 26 और 27 को कई जगहों पर वज्रपात व बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.

मौसम विज्ञानियों की मानें तो झारखण्ड के आसपास बने चक्रवाती परिसंचरण को लेकर बिहार में भी 3 दिनों तक बारिश के साथ वज्रपात के आसार हैं, हालांकि सक्रिय मानसून नहीं होने की वजह से राज्य के सभी 38 जिलों में बारिश की संभावना नहीं है. कई जिलों में टुकड़ों में बादल बन रहे हैं जो नमी को पाकर वज्रपात के हालात पैदा कर रहे हैं.

गौरतलब है कि पटना में भी शुक्रवार को दिनभर यही स्थिति रही. शहर के एक हिस्से में बारिश होती रही तो दूसरे हिस्से में काफी देर तक बारिश का अता-पता नहीं था. दिनभर बादल छाये रहे, इस वजह से राजधानी के अधिकतम तापमान में तीन डिग्री की गिरावट दर्ज की गई. हालांकि न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर 28.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

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