आयकर विभाग ने छापा मारकर संजय जैन और उनके लाभार्थियों से बरामद किए 62 करोड़
नई दिल्ली। आयकर विभाग ने रविवार, सोमवार और मंगलवार को एंट्री ऑपरेटर संजय जैन और उनके लाभार्थियों के देशभर में 42 ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की है। फर्जी बिलिंग करने वाले गिरोह के खिलाफ आयकर विभाग की यह बड़ी कार्रवाई है। अब तक इन छापों में आयकर विभाग ने कुल 62 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं, जो दिल्ली-एनसीआर में नोटबंदी के बाद से सबसे बड़ी बरामदगी है। ये छापे दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में मारे गए हैं।
आयकर विभाग के अनुसार रविवार को फर्जी बिलिंग के माध्यम से प्रवेश संचालन और भारी नकदी के सृजन का रैकेट चलाने वाले संजय जैन और उसके सहयोगियों के एक बड़े नेटवर्क का पता चला था। साथ ही करीब 500 करोड़ के ऐसे दस्तावेज बरामद हुए, जिसके आधार पर प्रवेश संचालकों, बिचौलियों, नकदी संचालकों, लाभार्थियों और कंपनियों के नाम फर्जी बिलिंग की गई हैं। इन सभी का पर्दाफाश करने के लिए सोमवार को दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड और गोवा के 42 ठिकानों पर आयकर विभाग ने तलाशी अभियान चलाया।
मंगलवार को केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने जानकारी दी थी कि अब तक के छापे में 500 करोड़ रुपये से अधिक की आवास प्रविष्टियों के सबूत मिले हैं। साथ ही 2.37 करोड़ रुपये की नकदी एवं 2.89 के आभूषण बरामद हुए हैं। इसके अलावा 17 बैंक लॉकरों का भी पता चला है, जिनकी अभी तलाशी नहीं ली गई है। बुधवार को उन बैंक लॉकरों को खंगालने के बाद अब बरामद होने वाली रकम की नकदी 62 करोड़ हो चुकी है। आगे की जांच-पड़ताल जारी है।