कुबेरेश्वर धाम में भगदड़ की वजह से 6 लोगों की मौत..
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मध्य प्रदेश –फिल्मों में अक्सर दिखाया जाता है कि जब भगदड़ मचती है तो लोग गिर जाते हैं और भागते लोगों के पांवों तले कुचलने से मारे जाते हैं। पर वास्तविकता में ऐसा कम होता है। भगदड़ के दौरान ज्यादातर लोग दम घुटने से मरते हैं।जब भीड़ एक दूसरे के ऊपर चढ़ती है तो उसकी शक्ति इतनी अधिक होती है की स्टील को भी मोड सकती है। इतनी ताकत से जब किसी का शरीर भिंचता है तो सांस लेना असंभव हो जाता है। सड़क पर गिरकर मरने से ज्यादा लोग खड़े-खड़े मरते हैंजो लोग नीचे गिरकर मरते हैं, वे भी दरअसल, सांस घुटने से मरते हैं क्योंकि उनके ऊपर गिरे या भागते लोग उनका दम घोंट देते हैं। ऐसी घटना मध्यप्रदेश के कुबेरेश्वर धाम में देखने को मिलेगी जहां पर रुद्राक्ष को लोग पाने के लिए एक के ऊपर एक चढ़ते जा रहे थे ।
स्थिति ऐसी हुई कि लोग एक के ऊपर एक दबते चले गए।मध्य प्रदेश के सीहोर जिले स्थित कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के कुबेरेश्वर धाम में मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।कुबेरेश्वर धाम में एक और पुलिसकर्मी की हार्ट अटैक से मौत हो गई है। इस तरह अब तक 2 पुलिसकर्मी और 4 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। जिससे डेथ का आंकड़ा 6 पहुंच गया है।इसके साथ ही पंडित प्रदीप मिश्रा का एक दावा भी झूठ निकला है, क्योंकि धाम में रुद्राक्ष फेंकने और छीना झपटी का वीडियो भी सामने आया है।जिसमें रुद्राक्ष फेंके जा रहे हैं।
रुद्राक्ष फेंकने का वीडियो वायरल दरअसल पंडित प्रदीप मिश्रा के कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष फेंकने और छीना झपटी का वीडियो आया सामने है।जिसमें रुद्राक्ष फेंके जा रहे हैं।जिससे भगदड़ जैसी स्थिति मच सकती थी।जबकि कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने दावा किया था कि रुद्राक्ष नहीं फेंके गए।अगर रुद्राक्ष फेंके गए, तो कोई वीडियो बता दें। रुद्राक्ष महोत्सव व कथा का आज अंतिम दिन है और सोशल मीडिया पर रुद्राक्ष फेंकते वीडियो वायरल हो रहा है।