बसपा के 6 और BJP का एक MLA हुआ सपाई:अखिलेश बोले-

मुख्यमंत्री अब अपना नारा हो सकता है कर दें...मेरा परिवार भागता परिवार

यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं का दल-बदल जारी है। शनिवार को बसपा के 6 और भाजपा के 1 विधायक राकेश राठौर ने सपा ज्वाइन की। लखनऊ में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सभी को सदस्यता दिलाई। इनमें भाजपा से आए राकेश राठौर और बसपा से सपा में आए असलम राइनी, असलम अली चौधरी, मुजतबा सिद्दीकी, हाकिम लाल बिंद, हरगोविंद भार्गव, सुषमा पटेल शामिल हैं। इस दौरान अखिलेश ने भाजपा सरकार को जमकर घेरा।

उन्होंने कहा- मौजूदा सरकार से निवेदन है कि वो दिवाली का त्योहार मनाएं। अपने घर की सफाई को अच्छे से करवा दें, जिससे कि धुंए के निशान मिट जाएं। भाजपा विधायक राकेश राठौर के सपा में आने के बाद अब हो सकता है कि मुख्यमंत्री अपने नारे का नाम बदल दे। मेरा परिवार और भाजपा परिवार की जगह अब हो सकता है कि वो कर दें…मेरा परिवार भागता परिवार।

भाजपा विधायक राकेश राठौर के सपा में आने के बाद अखिलेश ने कसे तंज।

अखिलेश ने कहा कि बहुत लोग सपा में आना चाहते हैं। समय आने पर सभी चीजें सामने आ जाएंगी। जन आक्रोश इतना है कि आने वाले समय में भाजपा का सफाया होगा। भाजपा के मेनिफेस्टो पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा ने लोक कल्याण संकल्प पत्र 2017 में जारी किया था। उसे 90 % पूरा कर दिया गया है। बचा हुआ दो माह में पूरा हो जाएगा। मुझे लगता है कि भाजपा ने संकल्प पत्र बनाया और उसे कूड़ेदान में फेंक दिया। क्योंकि, उन्होंने उसका पन्ना पटला ही नहीं। हालांकि, वे दावा करते हैं कि पन्ना प्रभारी बहुत बनाते हैं। लेकिन अपना ही मेनिफेस्टो भूल गए।

अखिलेश ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी कब होगी? संकल्प पत्र में जनता के लिए किया हुआ एक भी वादा पूरा नहीं किया गया। MSP के वादे का क्या हुआ? आप बताइए कि मंडी व्यवस्था का क्या हुआ? चलती हुई तमाम मंडियों को आपने बंद कर दिया।

साढ़े 4 साल में एक भी नहीं पूरा किया वादा
अखिलेश ने कहा कि मुफ्त लैपटॉप का वादा था, साढ़े 4 साल से लैपटॉप देते रहे, अभी तक नहीं मिला। उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा कि एक GB इंटरनेट मुफ्त देने के वादे का क्या हुआ? शिक्षण संस्थानों को चौपट कर दिया है। एक तरह की सोच के लोगों को बैठा दिया है, ताकि उसी सोच के लोगों को अपॉइंटमेंट हो।

उन्होंने कहा कि मेट्रो न झांसी में बनी और न गोरखपुर में, जो काम सपा ने शुरू किया, उसी को थोड़ा आगे बढ़ाया। सभी तीर्थस्थलों को 4 लेन सड़क से जोड़ने का वादा किया था उसका क्या हुआ? कोई मुख्यालय 4 लेन से जोड़ा क्या ? कितनी नदियों को साफ किया गया ? आगरा और मथुरा में यमुना कितनी साफ हुई? लखनऊ में गोमती रिवर फ्रंट का काम भी रोक दिया गया।

अखिलेश का शाह पर तंज, बोले- 403 सीएम घोषित भी कर दें तो 4 से 3 भी टिकट मांगने वाले न मिलेंगे
इससे पहले अखिलेश ने शनिवार को ट्वीट कर लिखा- भाजपा उप्र में अपने ‘चार सौ तीन’ मुख्यमंत्री भी घोषित कर दे तो भी जनाक्रोश के डर से उसे ‘चार से तीन’ टिकट मांगने वाले भी न मिलेंगे। जो भाजपा साफ दिख रही है हारती…उसको भला कैसे मिलेंगे ‘टिकटार्थी’ भाजपा से त्रस्त उप्र की जनता भाजपा को एक-एक वोट के लिए तरसा देगी।

बसपा के 6 और भाजपा का 1 विधायक सपा में शामिल हुए

असलम राइनी ( भिनगा-श्रावस्ती),असलम अली चौधरी (ढोलाना-हापुड़),मुजतबा सिद्दीकी (प्रतापपुर-इलाहाबाद),हाकिम लाल बिंद (हांडिया-प्रयागराज),हरगोविंद भार्गव (सिधौली-सीतापुर),सुषमा पटेल (मुंगरा बादशाहपुर)राकेश राठौर (सीतापुर सदर से भाजपा विधायक)

शाह ने दिया था ये बयान
बीते दिन लखनऊ दौरे पर पहुंचे गृह मंत्री अमित शाह ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से दो बड़े सवाल किए। पूछा कि 5 साल में विदेश में कितने दिन रहे? कोरोना और बाढ़ के समय आप कहां थे? अखिलेश ने शासन खुद के लिए, परिवार के लिए और अपनी जाति के लिए किया है। हम चुनाव में 300 सीट पार करेंगे।

बसपा ने कहा- कोई फर्क नही पड़ता
बसपा ने इन बागी विधायकों को लेकर पहले ही साफ कर चुकी है कि इनके कही भी जाने से कोई फर्क नही पड़ता। बहुजन समाज पार्टी का संगठन पहले से काफी मजबूत है। इन सभी विधायकों को बसपा से निष्कासित किया जा चुका है। इनके रहने से पार्टी को नुकसान पहुंच रहा था।

बसपा की सीटों का गणित

2017 में जीती सीटें19उपचुनाव में गंवाई सीट1बसपा से निलंबित किए गए विधायक11बसपा में बाकी बचे विधायक19-1-11= 7

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