50 हजार का ईनामी किशन वसूलता था 5 लाख हर महिने रंगदारी, होगा स्पीडी ट्रॉयल बोले IG सेंट्रल रेंज
एसटीएफ व पटना पुलिस द्वारा 13 दिसंबर 2018 को राजधनी के गोला रोड में मुठभेड़ में ढ़ेर कर दिए गए अपने बॉस जिले के टॉप टेन में शुमार कुख्यात मुचकुंद के मौत के बाद नौबतपुर बिहटा बिक्रम-पाली को गोलियों की तड़तड़ाहट से थर्रा देने वाला चॉकलेटी हीरो की तरह दिखने वाले किशन को आखिरकार एसटीएफ ने झारखंड से गिरफ्तार होने के बाद बिहार लाया गया है। कम उम्र का यह दुःसाहसी डॉन को लंबे समय तक सलाखो के पीछे रखने के लिए सेंट्रल।रेंज आईजी संजय सिंह ने स्पीडी ट्रायल चलाने का आदेश पटना पुलिस को दिया हैं।सबसे पहले इस मासूम चेहरे वाले मनबढ़ नाबालिक दुःसाहसी के बारे में उस वक्त इसके खतरनाक इरादों के बाबत अपने लेख के जरिए पटना पुलिस को आगाह और अवगत कराया था। नौबतपुर का नयका रंगबाज़, थाने के महज 500 मीटर की दूरी में 11 दिन में 2 दुःसाहसिक वारदात कर कायम किया खौफ़ इनकाउंटर में मारा गया किशन का BOSS
मासूम चेहरे वाले इस अपराधी ने अपने गाँव चेचौल के ही निवासी कुख्यात मुचकुंद शर्मा के साथ रहकर क्राइम का ककहरा सीखा था। अपने जरायम की दुनिया के उस्ताद के मारे जाने के बाद किशन ने मुचकुंद गिरोह की बागडोर अपने हाथ में ले ली और फिर बेहद शातिराना ढंग किशन फिर से मुचकुंद गिरोह को खड़ा कर दिया। दुःसाहसी गुर्गों की पूरी फौज तैयार कर ली। फिर इसने इसका खुल्लम खुल्ला ऐलान भी कर दिया।अपने बॉस के खात्मे के बाद जब इसने गिरोह की बागडोर संभाली तो सबसे पहले 14 सितंबर 2019 को किशन ने संगीता वस्त्रालय के दुकानदार को दिनदहाड़े गोली मार दी। दरअसल, कुख्यात मुचकुंद के मौत के बाद एक बार फिर से नौबतपुर बाजार को।गोलियों की तड़तड़ाहट से थर्राते हुए खौफ कायम कर दिया। फिर इसने अपने फेसबुक प्रोफाइल पर अपने आका मुचकुंद शर्मा के साथ का एक फोटो शेयर किया और लिखा कि Boss is back नाम याद रखना मुचकन्द शर्मा।”
बैक टू बैक दिया वारदात को अंजामइस ऐलान के बाद इस दुःसाहसी अपराधी किशन प्रशासन को चुनौती देते हुए बैक टू बैक वारदात को अंजाम देना शुरू किया। कारोबारीयों में खौफ लाने के लिए किशन वारदात को अंजाम देने के बाद इसे सोशल मीडिया पर वायरल भी करता। हद तो तब हो गई जब इसने 14 सितंबर को कारोबारी को गोली मारने के महज 11 दिन के अंदर ही उसने दूसरी वारदात को अंजाम दे दिया। दरअसल, इसने अपने Boss की राह पकड़ ली थी। निशाने पर कारोबारी थे और गोलियों की बौछर कर खौफ का साम्राज्य स्थापित कर रंगदारी वसूलना मकसद।
किशन का BOSS मुचकुंद शर्मा
बता दें कि किशन का बॉस पटना के टॉप टेन अपराधियों की सूची में मुचकुंद नंबर वन पर था। नौबतपुर सहित पटना के कारोबारी मुचकुंद से खौफ खाते थे। जरायम की दुनिया में मुचकुंद का बड़ा नाम था। मात्र 22 साल की उम्र में मुचकुंद ने अपराध की दुनिया में अपना अलग स्थान बना लिया था। उसके खौफ की अलामत की वजह से उस पर पटना पुलिस ने 50 हजार का इनाम रखा था। मुचकुंद पर नौबतपुर, बिहटा,आरा व आसपास के थानों में हत्या, रंगदारी, गोलीबारी करने,धमकी देने और आर्म्स एक्ट के कई मामले दर्ज थे। एसटीएफ ने मुचकुंद को 13 दिसंबर 2018 को पटना के गोला रोड में मुठभेड़ में मार गिराया था।मासूम चेहरे वाला दुःसाहसी डॉनअपने बॉस के नक्शे कदम पर चलते हुए महज एक साल के अंदर किशन ने इलाके में अपनी दहशत कायम कर दी।मॉडस ऑपरेंडी भी बिल्कुल मुचकुंद वाली अपनाई।किशन कुमार पहले वाट्सअप कॉल करके नौबतपुर व बिक्रम के कारोबारियों को रंगदारी ख़ातिर लगातार धमकी देता था। जो कारोबारी रंगदारी देने का विरोध करते या आनाकानी करते उनके ऊपर गिरोह के गुर्गे से गोलीबारी करवा देता।आतंक जब सर चढ़कर बोलने लगा तो इसने पुलिस से खुद बचाने ख़ातिर अपना ठिकाना झारखंड में बना लिया। लेकिन तरीका वही बनाये रखा फोन कर रंगदारी की मांग करता है और फिर नहीं देने के बाद डराने के लिए गोलीबारी की घटना को अंजाम देता और दिलवाता।महज एक साल में बन गया इलाके का डॉन फलाफ़ल यह हुआ कि कुख्यात किशन कुमार के खिलाफ रंगदारी,गोलीबारी ,हत्या का करीब डेढ़ दर्जन मामले पटना जिले के विभिन्न थाने में दर्ज हो गए।इसमें अकेले 11 मामले तो सिर्फ नौबतपुर में दर्ज है। वही हाल में बिक्रम में दूध प्लांट पर गोलीबारी का मामला दर्ज हुआ हैं। पटना पुलिस के अनुसंशा पर बिहार सरकार ने किशन के खिलाफ 25 हजार रूपये का इनाम घोषित किया था। तकनीकी रूप से मजबूत कुख्यात किशन व्यापारियों व अन्यलोगों को फोन कर धमकाता था की पुलिस मुझे गिरफ्तार नहीं कर सकती।दूध प्लांट पर रंगदारी ख़ातिर कराई फायरिंग
झारखंड से कुख्यात किशन के गिरफ्तारी ने स्पष्ट कर दिया है की वह पटना से दूर रहकर गिरोह का संचालन कर रहा था। विगत दिनों इसने बिक्रम थाने के महजपुरा स्थित दूध प्लांट पर रंगदारी को लेकर गोलीबारी किया था। इसके बाद पुलिस मुख्यालय ने 25 हजार के इनामी कुख्यात किशन के गिरफ्तार करने को लेकर एसटीएफ को लगा दिया था।
एसटीएफ ने कुख्यात को झारखंड से गिरफ्तार किया और पटना पुलिस को सौंप दिया। पटना पुलिस के पूछताछ में कुख्यात किशन ने स्वीकार किया है की प्रतिमाह उसे रंगदारी से करीब 5 लाख रूपये वसूली आता था । पुरा डीलिंग वाट्सअप कॉल के माध्यम से करता था ताकि कोई रिकॉर्ड नहीं रह सके और न लोकेशन का पता चल सके ।5 लाख वसूलता रहा है रंगदारीएसटीएफ ने कुख्यात को झारखंड से गिरफ्तार किया और पटना पुलिस को सौंप दिया। पटना पुलिस के पूछताछ में कुख्यात किशन ने स्वीकार किया है की प्रतिमाह वह रंगदारी से करीब 5 लाख रूपये प्रति माह वसूली करता था। पुरा डीलिंग वाट्सअप कॉल के माध्यम से करता था ताकि कोई रिकॉर्ड नहीं रह सके न लोकेशन का पता चल सके।वसूली करने वाले गुर्गो के लिए छापेमारी किशन ने पूछताछ में 5 लाख रूपये रंगदारी वसूली की बात सामने आयी हैं। नौबतपुर बाजार व अन्य कारोबारियों से कौन-कौन रंगदारी वसूली कर डॉन किशन तक पहुंचाता था । इसकी पुरी जानकारी पुलिस को पुलिस के पास है। रंगदारी वसूली कर रहे गिरोह के गुर्गे को पटना पुलिस गिरफ्तार करने के लिए नौबतपुर, बिक्रम , बिहटा ,फुलवारीशरीफ के कई ठिकाने पर छापेमारी किया हैं। साथ ही रंगदारी देने वाले कारोबारियों से पूछताछ कर आगे इसके गिरोह के अन्य गुर्गों को दबोचने ख़ातिर पुलिस प्रयासरत है।