रेमडेसिविर के नकली इंजेक्शन बनाने के आरोप में 5 लोगों को किया गिरफ्तार
नई दिल्ली. कोरोना वायरस के चलते फैले संक्रमण से देश के साथ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का भी बुरा हाल है. इस बीच, जरूरी दवाओं की कालाबाजारी भी धड़ल्ले से की जा रही है. दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने बड़ी संख्या में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remdesiveer Injection) बनाने के आरोप में बृहस्पतिवार को उत्तराखंड के कोटद्वार (Kotdwar) से 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि आरोपी के पास से रेमडेसिविर के 196 नकली इंजेक्शन जब्त किए गए हैं. आरोपी पहले ही दो हजार नकली इंजेक्शन बेच चुके हैं. दिल्ली पुलिस के आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने ट्विटर पर इस बाबत सूचना साझा की. उन्होंने बताया कि आरोपी इस नकली इंजेक्शन को 25000 रुपये में बेचते थे.
इससे पहले दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रान्च ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया था. बताया जाता है कि यह इंजेक्शन कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित लोगों के इलाज में मददगार है और इसकी काफी मांग है. इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया था कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान उत्तर प्रदेश के हापुड़ निवासी आलोक त्यागी, गाजियाबाद निवासी अभिषेक और नोएडा निवासी सोमेल गुप्ता के रूप में हुई है.
इन तीनों को रविवार सुबह पूर्वी दिल्ली के लक्ष्मीनगर इलाके में छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया गया. पुलिस के मुताबिक, आरोपी रेमडेसिविर के एक इंजेक्शन का सौदा 40 हजार रुपये में कर रहे थे. अपराध शाखा की पुलिस उपायुक्त मोनिका भारद्वाज ने बताया कि छापे के दौरान पुलिस ने रेमडेसिविर के तीन इंजेक्शन, 1.20 लाख रुपये कैश, 100 ऑक्सीमीटर और 48 छोटे ऑक्सीजन सिलेंडर जब्त किए थे. पुलिस केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई थी.