कोटा में टूटा 40 बरसों का बारिश का रिकॉर्ड , हर तरफ तबाही का मंजर
कोटा. राजस्थान के कोटा संभाग (Kota Division) में लगातार 4 दिन से हो रही मूसलाधार बारिश (Heavy rain) अब तबाही का मंजर दिखाने लगी है. कोटा शहर के साथ-साथ इटावा और सुल्तानपुर क्षेत्र में हो रही बरसात ने पिछले 40 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. जिला प्रशासन ने मंगलवार के लिए रेड अलर्ट (Red alert) जारी किया है. राज्य सरकार के अधिकारियों और कर्मचारियों के बिना अनुमति के जिला मुख्यालय छोड़ने पर पाबंदी लगा दी गई है. कलेक्टर उज्जवल राठौड़ ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं. इसके साथ ही रेस्क्यू टीमों को भी मुस्तैद कर दिया गया है. जिले में दर्जनों गांव जलभराव होने से मुख्य मार्गो से कट गए हैं.
कोटा जिले में भारी बारिश से सैकड़ों खेत जलमग्न हो गए हैं. फसलें बर्बादी के कगार पर पहुंच गई हैं. इससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच गई हैं. मंगलवार से इटावा क्षेत्र के जलभराव वाले गांव में रेस्क्यू का जिम्मा एसडीआरएफ की टीम संभालेगी. इसके लिये कोटा से विशेष दल इटावा पहुंच गया है. क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के कारण मध्य प्रदेश से जुड़ी नदियां पार्वती, परवन, कालीसिंध और चंबल नदी उफान पर है. खतौली के पास केथुदा पुलिया पर बीते 4 दिन से चादर चल रही है. इससे स्टेट हाईवे 70 पूरी तरह से बाधित है. इसके साथ ही आसपास की इलाकों में भी पुलियाओं पर भी पानी की चादर चल रही है. इससे ये क्षतिग्रस्त हो गई हैं.
लगातार हो रही बारिश से इटावा और सुल्तानपुर क्षेत्र के गांव में जलभराव हो गया है. इस दौरान सोमवार को खातौली के नजदीक धनवा गांव में प्रसव पीड़ा से जूझ रही पूजा बैरवा गांव में फंसकर रह गईं. जलभराव के कारण परिजन उनको अस्पताल ले जाने में असमर्थ थे. बाद में जिला प्रशासन एक नाव का जुगाड़ कर उसके जरिए पीड़िता को मुख्य सड़क तक लाकर 108 एंबुलेंस से खतौली अस्पताल पहुंचाया.
लोकसभा स्पीकर बिरला ने दिए राहत पहुंचाने के निर्देश
कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र सहित प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश से हुए नुकसान को लेकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मुख्य सचिव निरंजन आर्य से दूरभाष पर चर्चा कर हालात की समीक्षा की. लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि हाड़ौती सहित प्रदेश के कई जिलों में अतिवृष्टि का दौर जारी है. इस कारण अनेक गांवों में फसलों को नुकसान भी पहुंचा है. उन्होंने मुख्य सचिव से कहा कि अतिवृष्टि से प्रभावित लोगों तक तत्काल सहायता पहुंचायें.