चन्दौली : भारत लॉकडाउन में 3 लोग जुगाड गाड़ी पर दिल्ली से पहुंचे बिहार, पुलिस ने रेस्क्यू कर की मदद
चन्दौली – वैश्विक महामारी कोरोना को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने लॉक डाउन घोषित कर दिया. अचानक हुए इस लॉक डाउन का भयावहता का असर देखने को मिल रहा है. ताजा मामला चन्दौली में सामने आया. जहां जुगाड़ गाड़ी के सहारे दिल्ली से मधेपुरा जा रहे तीन लोगों को पुलिस ने रेस्क्यू कर लिया. लॉक डाउन के चलते यह लोग भूखे प्यासे थे. पुलिसकर्मियों ने इस मामले से आलाधिकारीयों को अवगत कराया. सूचना के बाद डीएम और एसपी भी मौके पर पहुँच गए. डीएम चन्दौली ने तत्काल मेडिकल परीक्षण के बाद आगे जाने के लिए लिखित परमिशन भी दी.
बता दें कि जुगाड़ गाड़ी इन लोगों के लिए एक किसी क्रूज विमान से कम नहीं है. जो इस लॉक डाउन में भी उन्हें उनके घर पहुँचा देगी. दअरसल तीनों कामगार बिहार के मधेपुरा के रहने वाले है. जो प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन के बाद अचानक हुए लॉक डाउन में फंस गए. ट्रेन से लेकर प्लेन तक, बस से लेकर कार तक सब बंद हो गए. लेकिन हालात के मारे इन कामगारों ने हिम्मत नहीं हारी और फिर निकल पड़े इस जुगाड़ गाड़ी सहारे अपनी मंजिल की ओर. दिन रात चलते हुए वे इस जुगाड़ गाड़ी के सहारे ही अपने मंजिल के करीब पहुँच भी गए.
दिल्ली से करीब 800 किलोमीटर की यात्रा के दौरान ये युवक थक चुके थे. लेकिन इस यात्रा के दौरान प्रधामनंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से कुछ दूर पहुँचे ही थे की लॉक डाउन के दौरान पुलिस ने इन्हें रोक लिया. पूछताछ में बताया कि वे दिल्ली में मजदूरी का काम करते है लॉक डाउन में फंस गए. जिसके बाद सभी लोग अपने घर मधेपुरा जा रहे है. लॉक डाउन कब हालात से लड़ते हुए उनकी हालत पतली हो गई. जिसको देखते हुए पुलिस और प्रशासन ने उन सभी के लिए नास्ते और मेडिकल जांच की व्यवस्था की. साथ ही उन सभी के आगे जाने की परमिशन प्रदान की गई।
गौरतलब है लॉक डाउन की भयावहता का यह कोई पहला मामला नहीं है. देशभर ऐसे हजारों कामगार है जो यूँ ही रास्ते में फंसे है. इनके पास तो फिर भी जुगाड़ गाड़ी थी.लेकिन अब भी हजारों लोग सड़कों पर एड़ियां घीसने को मजबूर है।