21 लाख अभ्यर्थियों को पेपर कैंसिल होने पर लगा झटका, रोडवेड फ्री कर दी राहत
यूपी टीईटी का एग्जाम एक महीने बाद दोबारा आयोजित किया गया
लखनऊ: 21 लाख अभ्यर्थियों ने आज काफी मुश्किलों और कड़ाके के ठण्ड का सामना करते हुए यूपी टीईटी का एग्जाम देने के लिए परीक्षा केन्द्रों पर पहुंचे. उनके एग्जाम सेंटर पर पहुंचने से पहले ही परीक्षा को रद्द कर दिया गया. जिसकी वजह से काफी लंबे समय से तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के चेहरे पर मायूसी साफ़ झलक रही थी. हालांकि परीक्षा रद्द होने के बाद सरकार ने अभियार्थियों को थोड़ी से राहत की सांस लेने का मौका दिया.
अभ्यर्थियों राहत, रोडवेज में सफर करने का नहीं लगेगा किराया
जानकारी के मुताबिक अब यूपी टीईटी का एग्जाम एक महीने बाद दोबारा आयोजित किया गया है. ऐसे में बताया जा रहा हैं कि परीक्षा रद्द होने के बाद भी अभ्यर्थियों को कोई फीस नहीं देनी होगी. वहीं परीक्षा केंद्रों से वापस लौट रहे अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड को टिकट मानते हुए यूपी रोडवेज अभ्यर्थियों को मुफ्त यात्रा कराएगी. उन्हें रोडवेज से यात्रा करने के लिए टिकट नहीं लेना पड़ेगा.
बता दें यूपी टीईटी का एग्जाम शुरू होने से पहले ही शामली जिले में पेपर लीक हो गया. जिसके बाद परीक्षार्थी के हाथ में पेपर देखकर एसटीएफ ने भी अपना माथा पकड़ लिया. हालांकि बाद में पेपर लीक करने वाले तीन आरोपी को एसटीएफ मेरठ ने शामली से धर दबोच लिया.
एसटीएफ मेरठ सीओ बृजेश सिंह ने बताया कि उनकी टीम मेरठ जोन के सभी जिलों में लगी हुई थी. शामली जिले में एक मकान में अभ्यार्थियों को लीक हुए पेपर की कॉपी धडल्ले से बांटी जा रही थी. इसी दौरान एसटीएफ ने छापा मार दिया. शामली के रहने वाले तीन लोगों को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया. ख़बरों के मुताबिक पेपर मथुरा से लीक होना बताया जा रहा है, हालांकि अभी तीनों लोगों से एसटीएफ अपने तरीके से पूछताछ कर रही है.मनीष उर्फ मोनू पुत्र देवेंद्र मालिक कोतवाली शामली, रवि पुत्र विनोद निवासी कांधला व धर्मेन्द्र पुत्र कुंवर पाल निवासी कोतवाली शामली को आज सुबह पेपर के साथ शामली से गिरफ्तार किया गया है. ये तीनों ही लोग अभ्यर्थियों को पेपर देने जा रहे थे.
इन आरोपियों ने 50 हजार रुपये में मथुरा से खरीदा था पेपर
बता दें एसटीएफ ने जब आरोपियों से पूछताछ की तो तीनों युवकों ने बताया उन्होंने टीईटी का पेपर मथुरा में गौरव पुत्र प्रमोद निवासी गांव हजियापुर थाना टप्पल जिला अलीगढ़ व दो अन्य युवकों से 50 हजार रूपए में खरीदा था. वहीं इन आरोपियों का एक साथी अजय उर्फ बबलू गांव नाला थाना कांधला जिला शामली से मौके से फरार हो गया.इन आरोपियों के पास से एसटीएफ़ ने बरामद किए असली पेपर और 17 हजार रूपये वहीं तीनों आरोपियों के कब्जे से असली पेपर और 17 हजार रुपये बरामद हुए हैं. एसआईटी ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों से पेपर की फोटो कॉपी के नौ सेट बरामद हुए हैं. इन्होंने शामली जिले के 50 लड़कों से कॉन्टैक्ट किया था और 50 हजार रूपए में सौदा पक्का किया था.
एक लड़के से 50 हजार रुपये एडवांस लिए थे, जिनमें से 17 हजार रुपये इनसे बरामद हुए हैं. तीनों आरोपी शामली क्षेत्र में मेरठ-करनाल हाईवे पर गांव बुटराड़ी बिजलीघर के पास से अरेस्ट किये गए हैं. हालांकि एसटीएफ आरोपियों से अभी भी पूछताछ कर रही है. वहीँ एक टीम मथुरा के लिए रवाना हो गई है.
पेपर लीक होने की वजह से सभी जिलों की परीक्षा हुई रद्द
बता दें कि आज जिले के विभिन्न केंद्रों पर टीईटी की परीक्षा आयोजित की गई थी, लेकिन पेपर शुरू होने से पहले मथुरा, गाजियाबाद, बुलंदशहर के व्हाट्सएप ग्रुप पर इसका पेपर लीक हो गया. जिसकी वजह से सरकार ने पेपर कैंसिल करा दिया. हालांकि पेपर कैंसिल होने के बाद परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे अभ्यर्थियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. जबकि एसटीएफ मामले की जांच में जुटी है.
यूपी टीईटी में कुल अभ्यर्थी 45 हजार, प्रथम पाली में 24,915 व द्वितीय पाली में 20,173 अभ्यर्थी सम्मिलित होने पहुंचे थे. मेरठ जिले में 54 केंद्रों पर पहली पाली में 24, 915 अभ्यर्थी थे, जबकि दूसरी पाली में 20,173 अभ्यर्थियों को परीक्षा देनी थी. पहली पाली 10 से 12:30 होनी थी, जबकि दूसरी 2:30 बजे से 5 बजे तक परीक्षा होनी थी. ऐसे में एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि आज होने वाली यूपी टीईटी की परीक्षा कथित पेपर लीक की वजह से रद्द कर दी गई है. पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने दर्जनों संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जांच जारी है. यूपी सरकार एक महीने के भीतर दोबारा परीक्षा आयोजित कराएगी.
अचानक से परीक्षा रद्द होने की वजह से अभ्यर्थियों के बीच मची हलचल
वहीं, अचानक परीक्षा रद्द होने के बाद परीक्षा देने पहुंचे अभ्यर्थियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. शिक्षक पात्रता परीक्षा देने आए बिजनौर के नूरपुर के राहुल और भूपेश कुमार ने बताया कि उन्होंने इस एग्जाम के लिए खूब महत की थी. ऐसे में एग्जाम कैंसिल होने के बाद वह काफी दुखी और मायूस हैं. उन्होंने कहा पेपर भी आसान था. वे पेपर देखकर खुश हो गए, लगा कि इस बार सफलता मिल जाएगी. एक विषय के सभी जबाव भी दे दिए थे, आगे बढ़ ही रहे थे कि क्लास में ऐलान किया गया कि एग्जाम कैंसिल हो गया. अपनी-अपने उत्तर पुस्तिका जमा करवाईए.