2024 के चुनावो से पहले पसमांदा मुसलमानों पर सेंधमारी के लिए बीजेपी से बनाया ये बड़ा प्लान!
समुदाय के नेता बताएंगे अपने लोगों की समस्याएं: अली द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, यूपी में तीन करोड़ से अधिक पसमांदा मुसलमानों को मुफ्त राशन मिला है,
भारतीय जनता पार्टी की अल्पसंख्यक शाखा रविवार (16 अक्टूबर) को लखनऊ में पसमांदा मुस्लिम समुदाय के बुद्धिजीवियों की एक बैठक आयोजित कर रही है। पार्टी ने इसे देश में किसी भी राजनीतिक दल द्वारा पसमांदा मुसलमानों के लिए इस तरह का पहला कार्यक्रम बताया है।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक इस पसमांदा बुद्धिजीवी सम्मेलन में मुख्य अतिथि होंगे। इसके अलावा उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी भी इस बैठक में शामिल होंगे। वह भाजपा राज्य सरकार में एकमात्र मुस्लिम मंत्री हैं और पसमांदा समुदाय से आते हैं। भाजपा अल्पसंख्यक विंग के राष्ट्रीय महासचिव साबिर अली मुख्य वक्ता होंगे, जो प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करेंगे
गौरतलब है कि तीन महीने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से सभी समुदायों के वंचित और दलित वर्गों तक पहुंचने का आग्रह किया था। बैठक में जिन लोगों को सम्मानित किया जाएगा, उनमें जम्मू-कश्मीर के नव मनोनीत राज्यसभा सांसद, गुर्जर मुस्लिम समुदाय के भाजपा नेता गुलाम अली खटाना होंगे।
अपनी तरह का पहला कार्यक्रम: पसमांदा बुद्धिजीवी सम्मेलन में भाजपा बताएगी कि पीएम मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार और राज्य में योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत समुदाय के 4.5 करोड़ से अधिक लोगों को कैसे लाभ हुआ है। यह आयोजन समुदाय के साथ संवाद का एक प्रमुख मंच होगा। यूपी बीजेपी अल्पसंख्यक विंग के प्रदेश अध्यक्ष कुंवर बासित अली ने कहा कि रविवार को होने वाली यह बैठक इस तरह का पहला कार्यक्रम होगा।
समुदाय के नेता बताएंगे अपने लोगों की समस्याएं: अली द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, यूपी में तीन करोड़ से अधिक पसमांदा मुसलमानों को मुफ्त राशन मिला है, 1.25 लाख से अधिक को आयुष्मान स्वास्थ्य कार्ड का लाभ मिला है। वहीं 75 लाख को पीएम-किसान सम्मान निधि से लाभ हुआ है, 40 लाख से अधिक लोगों को मुफ्त बिजली कनेक्शन मिले और 20 लाख को घर मिले हैं। इसके साथ ही बैठक में पसमांदा समुदाय के नेताओं को भी तमाम योजनाओं के बावजूद अपने लोगों की समस्याओं को साझा करने के लिए कहा जाएगा।
प्रधानमंत्री के आग्रह के बाद यूपी में बीजेपी अल्पसंख्यक विंग ने राज्य भर में पसमांदा मुसलमानों की महत्वपूर्ण आबादी वाले 44,000 से अधिक मतदान केंद्रों की पहचान की है, जहां ध्यान केंद्रित किया जाएगा। ऐसे प्रत्येक बूथ में पसमांदा मुस्लिम समुदाय के कम से कम सौ लाभार्थियों से बात करने का लक्ष्य है।