ब्लैक फंगस: देहरादून में एक दिन में 20 और नये केस, 3 की मौत
देहरादून. उत्तराखंड की राजधानी में रविवार को ब्लैक फंगस महामारी के 20 नये मरीज़ सामने आए. राज्य में तेज़ी से फैल रही इस महामारी के जिन मरीज़ों का इलाज चल रहा है, उनमें से तीन ने रविवार को दम भी तोड़ दिया. कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के प्रकोप से हाल में जूझे राज्य में अब ब्लैक फंगस के कहर की सुगबुगाहट साफ है. स्वास्थ्य विभाग ने जो बुलेटिन जारी किया, उसके मुताबिक राज्य में इस बीमारी के कुल मरीज़ों की संख्या रविवार को 299 हो गई. इनमें से 47 की मौत हो चुकी है और 18 मरीज़ रिकवर हो चुके हैं.
ऋषिकेश स्थित एम्स अस्पताल में ब्लैक फंगस से ग्रस्त सर्वाधिक 195 मरीज़ों का इलाज चल रहा है. 100 से ज़्यादा मरीज़ राज्य के अन्य शहरों के अस्पतालों में इलाज करवा रहे हैं या करवा चुके हैं. इस बीमारी के इलाज में सबसे कारगर मानी गई दवा Amphotericin-B की उपलब्धता को लेकर भी राज्य में तैयारियां की जा रही हैं. इस दवा के बारे में पिछले महीने ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था कि इस दवा की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए केंद्र पांच और दवा निर्माताओं के साथ चर्चा कर रहा है.
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार, गुजरात, पंजाब, हरियाणा, कर्नाटक, ओडिशा, तेलंगाना और तमिलनाडु जैसे राज्यों में ब्लैक फंगस या म्यूकरमायकोसिस को महामारी एक्ट के तहत चिंताजनक बीमारी की श्रेणी में रखा है इसलिए यहां इस बीमारी के हर केस को रिपोर्ट किए जाने के निर्देश हैं. सरकारी निर्देशों के मुताबिक उत्तराखंड में भी इस महामारी का हर केस रिपोर्ट किया जा रहा है. बता दें कि यह एक फंगल इन्फेक्शन से होने वाला रोग है, जिसे हाल में ज़्यादातर उन लोगों में देखा गया, जो कोरोना संक्रमण से रिकवर हुए थे.