कोरोना मरीजों के इलाज के लिए बुलंदशहर में 2 छात्रों ने तैयार किया रोबोट, मरीजों को दवाई,सैनिटाइज भी कर सकता है रोबोट

इस वक्त पूरी दुनिया कोरोना की मार झेल रही है। भारत में भी लगातार कोरोना के मरीज बढ़ते ही जा रहे हैं। ऐसे में संदिग्धों को क्वारंटीन करने की सलाह दी जा रही है। वहीं अस्पताल में डॉक्टर्स भी मरीजों के इलाज के दौरान इसकी चपेट में आ रहे हैं। कोरोना मरीजों, संदिग्धों से इस समय दूरी बनाए रखने की सलाह दी जा रही है क्योंकि कोरोना संक्रमित के संपर्क में आने से दूसरे लोग भी इसकी चपेट में आ रहे हैं।

वहीं इस माहौल में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग के दो स्टूडेंट्स ने कोरोना महामारी के दौरान मरीज के नजदीक जाने के लिए एक रोबोट तैयार किया है। यह रोबोट मरीज को दवाई दे सकता है। सेनेटाइएज्ड करने के लिए इसमें सेंसर सिस्टम भी लगा हुआ है। रोबोट के डिस्प्ले पर सारी सूचनाएं आ रही हैं। ये रोबोट मोबाइल एप्स से कंट्रोल किया जाता है। रोबोट को बनाने वाले छात्रों कहना है कि इसकी कीमत लगभग 1 से डेढ़ लाख रुपए के बीच में है। अगर सरकार मदद करे तो और भी सस्ता बन सकता है। इस तरह इसका उपयोग भी किया जा सकता है।जिससे बिना कोरोना पॉजिटिव मरीज के नजदीक जाए उसका इलाज किया जा सकता है। साथ ही इससे मरीज का इलाज करने वाले डॉक्टर्स, नर्स का भी इससे बचाव होगा।

आपको बता दें कि इस समय कोरोना के मरीज बढ़ने के डॉक्टर्स और स्टाफ नर्सों की सुरक्षा के उपकरणों की लगातार मांग की जा रही है। क्योंकि मेडिकल स्टाफ दिन रात मरीजों की देखभाल के लिए लगे हुए हैं। कई डॉक्टर, नर्स इलाज के दौरान कोरोना की चपेट में आ गए हैं। इसीलिए डॉक्टर्स की तरफ से ये डिमांड की जा रही है कि उन्हें पर्याप्त सुरक्षा उपकरण उपलबंध कराया जाए।

 

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