उम्रकैद की सजा काट रहे 2 बंदियों में हुई दोस्ती, फिर वो बने समधी..
उत्तर प्रदेश– कौशांबी जिला जेल के इतिहास में एक नया इतिहास देखने को मिला, सजा काट रहे 2 मुल्जिम आपस में रिश्तेदार बन गए। दोनों ने जेल में रहते हुए अपने बेटे-बेटी की शादी तय कर दी। जिसके बाद शासन ने उन्हें पैरोल पर भेजकर इस अनोखे रिश्ते की सभी रस्मों को पूरा कराया गया।कौशांबी जिले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे दो कैदी आपस में समधी बन गए हैंदरअसल, दोनों कैदियों ने अपने बेटे और बेटी का बुधवार को विवाह कर दिया। शासन ने उन्हें पैरोल पर भेज कर इस रिश्ते की सभी रस्मों को पूरा कराया।कौशांबी जिला जेल प्रभारी जेलर भूपेश सिंह ने बताया कि जिले के पिपरी थाना क्षेत्र के कटहुला गांव निवासी धारा सिंह को कई साल पहले हुए एक हत्याकांड में दोषी करार दिया गया था और आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।
जेल अधीक्षक भूपेश सिंह ने बताया कि जेल में ही धारा सिंह की मुलाकात अर्जुन यादव से हुई जो गांव में हुई एक हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। जेल में दोनों के बीच गहरी दोस्ती हो गई और धारा सिंह और अर्जुन सिंह ने जेल में ही अपने बच्चों का रिश्ता तय कर दिया। जेलर ने बताया कि धारा सिंह का बेटा सुमित सिंह भी अपने पिता के साथ जेल की सजा काट रहा था और 10 साल की सजा पूरी होने पर वह कुछ दिनों पहले जेल से रिहा हुआ था।अर्जुन सिंह को धारा सिंह का बेटा सुमित सिंह अपनी बेटी के लिए योग्य वर लगा।