सिंचाई की 15 परियोजनाएं बदलेंगी यूपी के किसानो की किस्मत
- सिंचाई की 15 परियोजनाएं बदलेंगी यूपी के किसानो की किस्मत
- प्रदेश की योगी सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए कर रही लगातार काम
- उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए कृषि को तकनीक से जोड़ा
- सिंचाई की दो दर्जन से परियोजनाएं देंगी प्रदेश के किसानों को बढ़ी राहत
लखनऊ, प्रदेश की योगी सरकार किसानों की किस्मत चमकाने का काम कर रही है। तकनीक के जरिए कृषि को आसान कर उत्पादन क्षमता बढ़ाने के साथ किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त जल उपलब्ध कराने का काम कर रही है। नए साल पर 15 सिंचाई की परियोजनाएं आने वाले समय में किसानों को बढ़ी राहत देंगी।
किसानों की कर्ज माफी हो या फिर तकनीक के जरिए किसानों की आय व उत्पादन क्षमता बढ़ाने का काम। प्रदेश की योगी सरकार पिछले साढ़े तीन सालों से लगातार किसानों के हित व विकास के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। प्रदेश के 2 करोड़ 30 लाख से अधिक किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध कराने के साथ-साथ खेती को तकनीक से जोड़ने का काम तेजी से किया जा रहा है। कृषि विश्वविद्यालय के सहयोग से किसानों को तकनीकी जानकारी देने के लिए तीन सालों में 20 कृषि विज्ञान केन्द्रों को स्थापित किया गया है।
इनमें से कुछ केन्द्रों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जा रहा है। जहां पर कृषि उत्पादन बढ़ाने की तकनीक पर शोध का कार्य होगा। साथ ही किसानों को वैज्ञानिक तरीके से फसल उगाने की जानकारी किसानों को दी जाएगी। इससे किसानों की आमदनी बढ़ने के साथ कृषि से जुड़ी जानकारियों में बढ़ोत्तरी होगी। किसान तकनीकी जानकारी हासिल करके दूसरों के लिए प्ररेणा बन सकेंगे। तकनीक के जरिए किसानों के जीवन में परिवर्तन आएगा।
यह सिंचाई परियोजनाएं देंगी बढ़ी राहत
उत्तर प्रदेश के किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त जल उपलब्ध कराने के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं का संचालन प्रदेश सरकार द्वारा किया जा रहा है। खासकर साल 2021 में सरकार की 15 परियोजनाएं किसानों के विकास की नई इबारत लिखेंगी। इसमें सरयू नहर परियोजना-2, अर्जुन सहायक परियोजना, मध्य गंगा द्वितीय चरण परियोजना, उमरहट पम्प नहर परियोजना द्वितीय चरण, रतौली वीयर परियोजना, भावनी बांध परियोजना, लखेरी बांध परियोजना, जाखलौन पम्प नहर पर 3.42 मेगावाट क्षमता के सोलर पावर प्लांट की स्थापना, बबीना ब्लाक के 15 ग्रामों को सिंचाई सुविधा परियोजना, बण्डई बांध के अवशेष कार्यों की परियोजना, मसगांव एवं चिल्ली स्प्रिंकलर सिंचाई परियोजना, शहजाद बांध स्प्रिंकलर सिंचाई परियोजना, कुलपहाड़ स्प्रिंकलर सिंचाई परियोजना, बडवार झील को गुरूसराय नहर से भरने हेतु फीडर कैनाल निर्माण परियोजना इस साल के अंत तक पूरी कर ली जाएंगी। इसके अलावा कनहर सिंचाई परियोजना, बंदायू सिंचाई परियोजना, रामपुर में कोसी नहर प्रणाली का विस्तार जैसी परियोजनाएं आने वाले समय में किसानों के लिए बढ़ी राहत बनकर सामने आएंगी।