14 लोगों को CAA के तहत पहली बार मिली भारतीय नागरिकता..सरकार ने जारी किया प्रमाणपत्र
CAA के नियमानुसार अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से आए हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, ईसाई और पारसी धर्म के लोगों को भारतीय नागरिकता दी जा सकती है।
गृह मंत्रालय ने आज एक ऐतिहासिक काम करते हुए, CAA (नागरिकता संशोधन अधिनियम) के तहत आज पहला भारतीय नागरिकता प्रमाण पत्र जारी किया है। अजय कुमार भल्ला (केंद्रीय गृह सचिव) ने आज 14 लोगों को नागरिकता प्रमाण पत्र सौंपे हैं।
इन लोगों को मिल सकता है CAA प्रमाण पत्र
गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने खुशी जताते हुए और नागरिकता पाने वाले लोगों को बधाई देते हुए कहा कि, CAA(नागरिकता संशोधन अधिनियम) के नियमानुसार अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से आए हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, ईसाई और पारसी धर्म के लोगों को भारतीय नागरिकता दी जा सकती है। अब इन देश के लोगों को वैध पासपोर्ट या भारत के वैध वीजा के बिना नागरिकता मिल सकती है।
CAA के लिए करना होगा आवेदन
अब भारत सरकार ने भारतीय नागरिकता पाने को आसान कर दिया है। भारतीय गृह मंत्रालय ने CAA के तहत एक ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू की है। जिसमें अवदान करके कोई भी पात्र नागरिक CAA के लिए आवेदन कर सकता है। ऑनलाइन आवेदन की सुविधा मिलने से अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान देश के गैर मुस्लिम लोगों को भारतीय नागरिकता पाने में काफी आसानी होगी। यह कदम यहां (भारत) में रहने वाले प्रवासी लोगों के लिए एक सकारात्मक कदम है।
CAA से गैर मुस्लिम लोगों को मिलेगी राहत
नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के लागू होने से उन हजारों गैर मुस्लिम लोगों को काफी राहत मिलेगी, जो भारत में बिना वैध दस्तावेज के काफी दिनों से रह रहे थे, और भारतीय नागरिकता पाने के इच्छुक थे।
CAA नियमों में कहा गया है कि, “कोई भी दस्तावेज़ जो आवेदक के माता-पिता, दादा-दादी या परदादा-परदादी में से किसी एक का इन देशों में से किसी एक से होने का प्रमाण दे। वह उनकी राष्ट्रीयता साबित करने के लिए काफी व महत्त्वपूर्ण होगा, और वीजा की जगह स्थानीय निकाय के चुने हुए सदस्य द्वारा जारी प्रमाण पत्र भी काफी होगा।
CAA का हुआ था भारी विरोध
जब CAA लागू करने का प्रस्ताव आया था, तब इसका देश में भारी विरोध हुआ था। जब 2019 में यह लागू हुआ था इसका विरोध करने में पुलिस द्वारा कार्यवाही में सैकड़ों लोगों की जान चली गई थी।