रामकथा के बीच जब आ गया तूफान तो 14 लोग…..
राजस्थान के बाड़मेर में रामकथा के दौरान अचानक एक बड़ा हादसा हो गया। जब कथा चल रही थी तो वहां अचानक तेज़ बारिश और तूफान आने से पंडाल गिर गया। इसमें 13 लोगों की मौत हो गई, जबकि 45 लोग घायल हो गए। यह हादसा उस समय हुआ, जब पंडाल के नीचे काफी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे और रामकथा चल रही थी। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। बारिश होने की वजह से पंडाल में करंट भी फैल गया था। जब पंडाल गिरा उस समय भगदड़ मच गई। बारिश के चलते पंडाल के आसपास काफी कीचड़ हो गया। फिलहाल राहत-बचाव का काम तेजी से जारी है।
इस घटना पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया, ‘बाड़मेर के जसोल में रामकथा के दौरान टेंट गिरने से हुए हादसे में बड़ी संख्या में लोगों की जान जाने की जानकारी अत्यंत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। ईश्वर से दिवंगतों की आत्मा को शांति प्रदान करने और शोकाकुल परिजनों को सम्बल देने की प्रार्थना है। घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।’
मुख्यमंत्री हरे नही बल्कि घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाड़मेर में टेंट गिरने की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘राजस्थान के बाड़मेर में पंडाल गिरने की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवार के साथ हैं। मैं घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं।’