हाथरस में मिली एमपी की 12 लड़कियों को रखा गया था एक कमरे में बंद
हाथरस। थाना कोतवाली सदर पुलिस को शनिवार की देर रात्रि बस स्टैंड के पास मध्यप्रदेश से आई नाबालिग एक लड़की मिली। मध्यप्रदेश से लाई गईं 12 लड़कियों को एक बंद कमरे रखा गया था। लड़की बस स्टैंड पर रोती हुई मिली। सिलाई का काम सिखाने व कराने के बहाने लाया गया था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि परिवार की सहमति से लड़की को लाया गया था।
दरअसल, शनिवार रात्रि में पुलिस को सूचना मिली की बस स्टैंड पर मध्यप्रदेश से आई हुई एक लड़की बैठी है। इस सूचना पर तत्काल कोतवाली पुलिस द्वारा बस स्टैंड पर पहुँचकर लड़की से जानकारी ली। तो उसनें अपनी उम्र साढ़े सत्रह साल बताई। जो मध्य प्रदेश के जिला मंडला के ग्राम डोंगर की रहने वाली है। अन्य जानकारी करने पर उस लड़की द्वारा बताया गया करीब एक सप्ताह पूर्व उसके गांव में परिजनों की सहमति से गांव की करीब 12 लड़कियों को एक व्यक्ति सिलाई कढ़ाई का काम सिखाने का कहकर दिल्ली ले जा रहा था। रास्ते में इन लड़कियों को किसी बस स्टैंड के पास कमरा किराए पर लेकर उन्हें रखा गया था (जिले का नाम लड़की बता नहीं पा रही है)। तीन दिन पहले इन लड़कियों को उस व्यक्ति पर कुछ शक हुआ तो वे वहां से भाग निकली।
लड़की द्वारा बताया गया है कि वह पिछले 2-3 दिन से चलते हुए कल हाथरस पहुंची है, जब वह बस स्टैंड पर बैठी थी तो पुलिस को किसी ने यह सूचना दी। इस लड़की से प्राप्त जानकारी के अनुसार यह थाना मोहगांव क्षेत्र जिला मंडला की रहने वाली है।
पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने बताया कि इनके परिजनों से संपर्क किया गया है, पिता एम.पी. रोडवेज में ड्राइवर है। इनके परिजनों को बुला लिया गया है। क्षेत्राधिकारी नगर द्वारा प्रकरण की जांच कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।