PM मोदी के ‘मन की बात’ से जुड़ी 10 बड़ी बातें
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को आकाशवाणी पर प्रसारित होने वाले उनके मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिए लोगों को 100 करोड़ वैक्सीन डोज पूरे होने की बधाई दी. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, हमारे वैक्सीन कार्यक्रम की सफलता, भारत के सामर्थ्य को दिखाती है और सबके प्रयास के मंत्र की शक्ति को दिखाती है. मैं अपने देश, अपने देश के लोगों की क्षमताओं से भली-भांति परिचित हूं.
प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा कि अगले रविवार, 31 अक्टूबर को, सरदार पटेल जी की जन्म जयंती है. ‘मन की बात’ के हर श्रोता की तरफ से, और मेरी तरफ से, मैं, लौहपुरुष को नमन करता हूं. हम सभी का दायित्व है कि हम एकता का संदेश देने वाली किसी-ना-किसी गतिविधि से जरूर जुड़ें.
मन की बात कार्यक्रम से जुड़ी 10 बड़ी बातें :-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम की शुरुआत में कहा, हमारे वैक्सीन कार्यक्रम की सफलता, भारत के सामर्थ्य को दिखाती है, सबके प्रयास के मंत्र की शक्ति को दिखाती है. मैं अपने देश, अपने देश के लोगों की क्षमताओं से भली-भांति परिचित हूं. मैं जानता था कि हमारे हेल्थ वर्कस देशवासियों के टीकाकरण में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे.
प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा कि अगले रविवार, 31 अक्तूबर को, सरदार पटेल जी की जन्म जयंती है. ‘मन की बात’ के हर श्रोता की तरफ से, और मेरी तरफ से, मैं, लौहपुरुष को नमन करता हूं. हम सभी का दायित्व है कि हम एकता का संदेश देने वाली किसी-ना-किसी गतिविधि से जरूर जुड़ें. हम अपने एकजुट उद्यम से ही देश को नई महान ऊंचाईयों तक पहुंचा सकते हैं. अगर हममें एकता नहीं हुई तो हम खुद को नई-नई विपदाओं में फंसा देंगे. यानी राष्ट्रीय एकता है तो ऊंचाई है, विकास है. हमारी आजादी का आंदोलन तो इसका सबसे बड़ा उदाहरण है.
प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा, आज 24 अक्टूबर, को UN Day यानि ‘सयुंक्त राष्ट्र दिवस’ मनाया जाता है. ये वो दिन है जब सयुंक्त राष्ट्र का गठन हुआ था, सयुंक्त राष्ट्र की स्थापना के समय से ही भारत इससे जुड़ रहा है. क्या आप जानते हैं कि भारत ने आजादी से पहले 1945 में ही सयुंक्त राष्ट्र के Charter पर हस्ताक्षर किए थे. सयुंक्त राष्ट्र से जुड़ा एक अनोखा पहलू ये है कि सयुंक्त राष्ट्र का प्रभाव और उसकी शक्ति बढ़ाने में, भारत की नारी शक्ति ने, बड़ी भूमिका निभाई है. यही नहीं, 1953 में श्रीमती विजया लक्ष्मी पंडित, UN General Assembly की पहली महिला President भी बनी थीं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, भारत ने सदैव विश्व शांति के लिए काम किया है. हमें इस बात का गर्व है कि भारत 1950 के दशक से लगातार सयुंक्त राष्ट्र शांति मिशन का हिस्सा रहा है. इसके अलावा योग और आयुष को लोकप्रिय बनाने के लिए भारत WHO यानि विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ मिलकर काम कर रहा है. मार्च, 2021 में WHO ने घोषणा की थी कि भारत में पारंपरिक चिकित्सा के लिए एक ग्लोबल सेंटर स्थापित किया जाएगा.
प्रधामनमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, अभी कुछ दिन पहले ही 21 अक्टूबर, को हमने पुलिस स्मृति दिवस मनाया है. पुलिस के जिन साथियों ने देश सेवा में अपने प्राण न्योछावर किए हैं, इस दिन हम उन्हें विशेष तौर पर याद करते हैं. परिवार के सहयोग और त्याग के बिना पुलिस जैसी कठिन सेवा बहुत मुश्किल है. पुलिस सेवा से जुड़ी एक और बात है जो मैं ‘मन की बात’ के श्रोताओं को बताना चाहता हूं. पहले ये धारणा बन गई थी कि सेना और पुलिस जैसी सेवा केवल पुरुषों के लिए ही होती है | लेकिन आज ऐसा नहीं है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, Bureau of Police Research and Development के आंकड़े बताते हैं कि पिछले कुछ वर्षों में महिला पुलिसकर्मियों की संख्या Double हो गई है दोगुनी हो गई है. उदाहरण के लिए, कई बेटियां अभी सबसे कठिन मानी जाने वाली ट्रेनिंग में से एक Specialized Jungle Warfare Commandos की ट्रेनिंग ले रही हैं. ये हमारी Cobra Battalion का हिस्सा बनेंगी. आज देश की बेटियां कठिन से कठिन ड्यूटी भी पूरी ताकत और हौसले से कर रही हैं
महिला सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी से लोगों में, विशेषकर महिलाओं में सहज ही एक विश्वास पैदा होता है. वे उनसे स्वाभाविक रूप से खुद को जुड़ा महसूस करती हैं. महिलाओं की संवेदनशीलता की वजह से भी लोग उन पर ज्यादा भरोसा करते हैं. हमारी ये महिला पुलिसकर्मी देश की लाखों और बेटियों के लिए भी Role Model बन रही हैं! मैं महिला पुलिसकर्मियों से अनुरोध करना चाहूंगा कि वे स्कूलों के खुलने के बाद अपने क्षेत्रों के स्कूलों में जाएं, वहां बच्चियों से बात करें. मुझे विश्वास है कि इस बातचीत से हमारी नई पीढ़ी को एक नई दिशा मिलेगी.
पीएम मोदी ने कहा, आज मैं ऐसे ही एक विषय की चर्चा आपसे करना चाहता हूं, जो हमारे देश, विशेषकर हमारे युवाओं और छोटे-छोटे बच्चों तक की कल्पनाओं में छाया हुआ है. ये विषय है, ड्रोन का, ड्रोन टेक्नोलॉजी का. ड्रोन का दायरा, उसकी ताकत, सिर्फ इतनी ही नहीं है. बहुत समय नहीं है जब हम देखेंगे कि ड्रोन हमारी इन सब जरूरतों के लिए तैनात होंगे. इनमें से ज़्यादातर की तो शुरुआत भी हो चुकी है.
पीएम मोदी ने कहा, हमने तय किया कि इस माइंड सेट को बदला जाए और नए ट्रेंड को अपनाया जाए. इसीलिए इस साल 25 अगस्त को देश एक नई ड्रोन नीति लेकर आए हैं. ये नीति ड्रोन से जुड़ी वर्तमान और भविष्य की संभावनाओं के हिसाब से बनाई गई है.
पीएम मोदी ने कहा- स्वच्छता के प्रयास तभी पूरी तरह सफल होते हैं जब हर नागरिक स्वच्छता को अपनी जिम्मेदारी समझे. पीएम मोदी ने कहा मैं जब स्वच्छता की बात करता हूं, तब कृपा कर के Single Use Plastic से मुक्ति की बात हमें कभी भी भूलना नहीं है. तो आइये, हम संकल्प लें कि स्वच्छ भारत अभियान के उत्साह को कम नहीं होने देंगे.