माहोल इतना टाइट है भाई :
की खुद पार्टी क नेता ही साध्वी प्रज्ञा के बयां से पल्ला झाड़ रहे है और उनके दिए हुए हेमंत करकरे के बयान पर ये कहते हुए नजर आते है की ये उनकी व्यक्तिगत राय है ….हमने हेमंत करकरे को हमेशा शहीद माना है….
साध्वी को टिकट दिग्विजय सिंह क खिलाफ मध्य प्रदेश क भोपाल से मिला है ….
साध्वी का कहना है की वो चुनावी क्षेत्र में नहीं बल्कि धर्म युद्ध में है तो क्या दुसरो को श्राप देने वाली साध्वी कहीं खुद श्रापित तो नहीं हो जाएगी ??..