“भ्रष्टाचारी नम्बर वन” पर मोदी को चुनाव आयोग की क्लीन चिट
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को भ्रष्टाचारी नंबर वन कहने पर कांग्रेस ने पीएम नरेंद्र मोदी पर चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी। इस मामले में अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनाव आयोग ने राहत दी है। आयोग ने इस शिकायत पर कहा है कि प्रथम दृष्टया हमें इस मामले में किसी तरह का उल्लंघन नहीं दिखता। लिहाजा ये केस बंद किया जाता है।
इससे पहले भी चुनाव आयोग से पीएम मोदी की कई बार शिकायत की गई थी लेकिन हर बार उन्हें आयोग से क्लीन चिट मिली। वहीं विपक्षी दल पीएम मोदी को लगातार क्लीन चिट मिलने पर सवाल उठा रहे हैं। इस बीच एक और क्लीन चिट के साथ विपक्ष को फिर मौका मिल गया है। खास बात ये है कि अब तक पीएम मोदी के खिलाफ उनके बयानों पर कांग्रेस उतनी हमलावर नहीं रही, जितनी कि राजीव गांधी को भ्रष्टाचारी कहने पर हुई थी। प्रियंका गांधी ने भी मोदी के बयान पर तीखा हमला किया था।
कांग्रेस ने अब तक पीएम मोदी और अमित शाह के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन की 11 शिकायतें दर्ज कराई हैं। चुनाव आयोग की क्लीन चिट के बाद कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई। सुप्रीम कोर्ट ने आयोग से पूछा कि आखिर वह अपनी शक्तियों का इस्तेमाल क्यों नहीं कर रहा? कोर्ट ने सोमवार तक मोदी-शाह के खिलाफ दर्ज आचार संहिता उल्लंघन की सभी शिकायतों को निपटाने को कहा।
इसके बाद आयोग ने अपना काम शुरू किया और सभी मामलो में मोदी को क्लीन चिट दी । पिछली सात शिकायतों में स्थानीय चुनाव प्रशासन की भेजी रिपोर्ट विपक्ष की शिकायतों और भाषणों की वीडियो रिकॉर्डिंग वाले सबूतों के बावजूद आयोग को इनमें कोई दम नज़र नहीं आया।
इससे पहले गुजरात के पाटन में 21 अप्रैल को मोदी द्वारा दिए गए भाषण पर विपक्ष ने आपत्ति जताई थी। मगर आयोग को प्रधानमंत्री मोदी के इस भाषण में भी कोई खामी नहीं दिखी।