“पत्नी ने 8 करोड़ न मिलने पर पति की हत्या की, शव 800 किमी दूर फेंका”
पत्नी निहारिका ने अपने प्रेमी निखिल और एक अन्य आरोपी अंकुर के साथ मिलकर पति की हत्या की साजिश रची। निहारिका को अपने पति के पैसे पर आंख थी
कर्नाटक: पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या की, जला हुआ शव मिला
कर्नाटक के कोडागु जिले में तीन सप्ताह पहले एक कॉफी बागान में एक अज्ञात जला हुआ शव मिलने की घटना ने पुलिस के लिए एक गंभीर हत्या की साजिश का पर्दाफाश किया है। इस मामले में 54 वर्षीय व्यवसायी रमेश की पत्नी निहारिका, उसके प्रेमी निखिल और एक अन्य आरोपी अंकुर को गिरफ्तार किया गया है। यह मामला न केवल एक हत्या का है, बल्कि यह परिवार के भीतर विश्वासघात और लालच का भी प्रतीक है।
शव की पहचान की कोशिशें
8 अक्टूबर को कोडागु के सनटिकोप्पा के पास एक कॉफी बागान में एक जला हुआ शव मिला। जब पुलिस ने शव की पहचान करने की कोशिश की, तो वह विफल रही। इसके बाद पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगालने का फैसला किया। CCTV फुटेज की जांच करने पर पुलिस को कुछ संदिग्ध गतिविधियाँ मिलीं, जो इस जघन्य अपराध की सच्चाई को उजागर करने में मददगार साबित हुईं।
हत्या की साजिश
पुलिस की जांच में सामने आया कि रमेश की पत्नी निहारिका ने अपने प्रेमी निखिल और एक अन्य आरोपी अंकुर के साथ मिलकर पति की हत्या की साजिश रची। निहारिका को अपने पति के पैसे पर आंख थी, और इसी लालच में उसने यह खतरनाक कदम उठाया। जानकारी के अनुसार, रमेश कुछ सप्ताह पहले लापता हो गया था, और उसकी पत्नी ने इसके बाद पुलिस को झूठी सूचना दी थी।
ठिकाने लगाने की साजिश
रमेश की हत्या के बाद, आरोपियों ने उसके शव को ठिकाने लगाने का निर्णय लिया। उन्होंने शव को 800 किलोमीटर दूर ले जाकर वहाँ फेंकने का प्रयास किया। यह सब करते समय उन्हें लगा कि वे अपने अपराध को छुपा लेंगे, लेकिन पुलिस की सतर्कता और तकनीकी सहायता ने उन्हें पकड़ने में मदद की।
आरोपियों की गिरफ्तारी
पुलिस ने निहारिका, निखिल और अंकुर को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इस मामले में स्पष्ट किया है कि हत्या की इस साजिश में केवल पैसों का लालच ही नहीं, बल्कि व्यक्तिगत संबंधों का भी बड़ा हाथ था। सभी तीन आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहाँ से उन्हें रिमांड पर लिया गया है ताकि उनसे गहन पूछताछ की जा सके।
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यह मामला न केवल एक जघन्य हत्या का है, बल्कि यह परिवार के भीतर विश्वासघात, लालच और धोखे की कहानी भी बयां करता है। निहारिका की करतूत ने यह साबित कर दिया कि कभी-कभी परिवार के भीतर की समस्याएँ इतनी गहरी होती हैं कि उनका समाधान अपराध में ढूँढा जाता है। पुलिस अब इस मामले में आगे की जांच कर रही है, ताकि सभी पहलुओं को समझा जा सके और न्याय सुनिश्चित किया जा सके। इस तरह के अपराध समाज में गहरी चिंता का विषय हैं और इन्हें रोकने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है।