नामांकन रद्द होने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे तेज बहादुर, प्रशांत भूषण करेंगे पैरव
वाराणसी लोकसभा सीट से नामांकन रद्द होने से आक्रोशित बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर ने सुप्रीम कोर्ट में दस्तक दी है | पिछले हफ्ते ही निर्वाचन अधिकारी ने तेज बहादुर के नामांकन पत्र को खारिज कर दिया था | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से समाजवादी पार्टी के टिकट पर नामांकन करने वाले तेज बहादुर यादव ने चुनाव आयोग के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है | उनका दावा है कि उन्हें पेपर जमा करने के लिए कम वक्त दिया गया।
बीएसएफ के पूर्व जवान तेज बहादुर यादव का नामांकन जानकारी छिपाने के आरोप में रद्द कर दिया था।
तेज बहादुर और समाजवादी पार्टी की ओर से दाखिल नामांकन के कागज में अर्धसैनिक बल से बर्खास्तगी को लेकर अलग-अलग दावे किए गए थे | इस पर वाराणसी के जिला निर्वाचन अधिकारी ने उन्हें अपना पक्ष रखने को कहा था|
तेज बहादुर यादव ने बीएसएफ में सेवा के दौरान खाने की गुणवत्ता पर सवाल उठाया था और सेना की व्यवस्था को सार्वजनिक तौर पर चुनौती दी थी | तेज बहादुर का यह दावा पूरे देश में चर्चा का विषय बना गया था। मामला कोर्ट तक पहुंचा था | बाद में तेज बहादुर को बीएसएफ से बर्खास्त कर दिया गया था | तेजबहादुर की ओर से जाने माने वकील प्रशान्त भूषण उनकी पैरवी करेंगे।