नए कृषि कानूनों को लेकर BJP पर भड़के केजरीवाल
नई दिल्ली : नए कृषि कानूनों (New Farm Laws) को लेकर किसानों का आंदोलन आज 30वें दिन में प्रवेश कर चुका है, वहीं बीेजेपी की ओर से लगातार इन कानूनों के लाभ गिनाने की कोशिश जारी है, तो दूसरी ओर विपक्ष भी सरकार पर जुबानी हमले कर रहा है। इसी क्रम में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा है कि BJP का कहना है इन कानूनों से किसानों का कोई नुक़सान नहीं होगा पर फ़ायदा क्या होगा? ये कहते हैं अब किसान मंडी के बाहर कहीं भी फसल बेच पाएगा।पर मंडी के बाहर तो आधे दाम में फसल बिकती है? ये “फ़ायदा” कैसे हुआ? सच्चाई ये है कि इन कानूनों से ढेरों नुक़सान हैं और एक भी फायदा नहीं।
बीजेपी ने देशभर में किया 2300 चौपालों का आयोजन
बता दें कि बीजेपी आज देश भर में 2300 किसान चौपाल का आयोजन किया है। एक तरफ पीएम नरेंद्र मोदी 9 करोड़ किसानों को 18 हजार करोड़ रुपये का तोहफा दिया है। तो दूसरी तरफ देश भर में अलग-अलग शहरों में केंद्रीय मंत्रियों सहित तमाम बीजेपी नेता 2500 किसान चौपाल में हिस्सा लेकर विपक्ष को संदेश देने की कोशिश की है। दिल्ली में आयोजित एक किसान चौपाल को गृह मंत्री अमित शाह ने संबोधित किया है।
अमित शाह बोले मोदी किसानों के असली शुभचिंतक
अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी एक बटन के एक क्लिक से आज 9 करोड़ से अधिक किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत अगली किश्त के रूप में 18,000 करोड़ रुपये जारी करेंगे। वह किसानों के सच्चे शुभचिंतक हैं।उन्होंने कहा कि विपक्ष एमएसपी को लेकर किसानों को गुमराह कर रहा है। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि एमएसपी प्रणाली बनी रहेगी।
शाह ने चौपाल को संबोधित करते हुए कहा कि तीनों कृषि कानून किसानों के पक्ष में हैं। कोई भी एमएसपी प्रणाली को नहीं हटा सकता है और न ही किसानों की जमीन छीन सकता है। सरकार किसानों की यूनियनों के साथ खुले दिल से बातचीत करने के लिए तैयार है।
केंद्रीय कृषि मंत्री ने जताई ये उम्मीद
वहीं केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि मैं प्रदर्शनकारी किसानों से अपील करता हूं कि वे अपना विरोध खत्म करें और सरकार से बातचीत करें। मुझे उम्मीद है कि वे नए कृषि कानूनों के महत्व को समझेंगे, और इस मुद्दे को जल्द ही हल किया जाएगा।