खत्म हुई विकास दुबे कानपुर वाले की कहानी
आज सुबह 7:00 बजे विकास दुबे कानपुर वाले की कहानी खत्म हो गई यही विकास दुबे कल सुबह 7:00 बजे उज्जैन के महाकाल मंदिर में कह रहा था कि “मैं हूं विकास दुबे कानपुर वाला”
मगर विकास दुबे की कहानी खत्म होते-होते कई सारे सवाल छोड़ गए कि आखिर किस तरीके से विकास दुबे को संरक्षण दिया जा रहा था ?
किस तरीके से विकास दुबे कानपुर से फरीदाबाद और फरीदाबाद से उज्जैन पहुंचा आखिर इसके पीछे कौन लोग थे ?
किस तरीके से उसको संरक्षण दिया गया किस तरीके से उसको राजनीतिक संरक्षण दिया जा रहा था ?
और जिस तरीके से नाटकीय ढंग से विकास दुबे उज्जैन के महाकाल मंदिर में जाकर आत्मसमर्पण करता है फिलहाल पुलिस उसे गिरफ्तारी बता रही है क्या इसकी पूरी जांच और पूछताछ विकास दुबे से हो चुकी थी या अभी भी बड़ा सवाल बना हुआ है क्या उत्तर प्रदेश पुलिस को सभी जवाब विकास दुबे से मिल चुके थे जो विकास दुबे से मिलने थे ?
आखिर उसके पीछे कौन-कौन लोग का हाथ है और किसका किसका संरक्षण है ?
विकास दुबे कानपुर वाले की कहानी तो खत्म हो गई मगर उससे जुड़े हुए उन अपराधी किस्म के लोगों की कहानी कब शुरू होगी और खत्म होगी यह देखने वाली बात होगी