केंद्र सरकार के खिलाफ हड़ताल : 26 नवंबर को 25 करोड़ कामगार राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर, बैंक भी हुए शामिल
26 नवंबर को 25 करोड़ कामगारों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल के समर्थन और बैंकों के निजीकरण के खिलाफ अखिल भारतीय बैंक और ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन के बैनर तले आज सभी कामगार हड़ताल पर चले गए हैं। इस हड़ताल में बैंककर्मी के अलावे कई मजदूर संगठन के लोग शामिल है। आज इसी देशव्यापी हड़ताल का समर्थन करते हुए अखिल भारतीय बैंक संघ के बैंककर्मियों ने आज घूम घूम कर शहर के कई निजी एवं सरकारी एवं गैर सरकारी बैंकों को बंद कराया और केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान बैंक कर्मियों ने कहा कि बैंकों के निजीकरण की कार्रवाई रोके, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को मजबूत करें, लोन डिफॉल्टर पर कड़ी कार्रवाई करें, विशाल कॉरपोरेट एनपीए की वसूली करें समेत कई ऐसे मांग है जो बैंक कर्मियों के द्वारा सरकार से मांग की गई है। आपको बता दें कि शुभ विवाह का लगन काफी जोर-शोर से है इस दौरान बैंक के अचानक हड़ताल पर चले जाने से आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। वह इस देशव्यापी हड़ताल को समर्थन करते हुए राष्ट्रीय जनता दल भी सड़क पर उतरकर आज पूरे शहर में घूम घूम कर विरोध मार्च किया राजद जिला अध्यक्ष अशोक कुमार हिमांशु ने कहा कि श्रम कानूनों में मजदूर विरोधी संशोधन और गुलामी के चार श्रम कोड कानून,कंपनी राज- निजीकरण और देश के संसाधनों को बेचने रिकॉर्ड तोड़ बेरोजगारी बाग कमरतोड़ महंगाई धर्म संप्रदाय के नाम पर फाइल रहे नफरत संविधान और लोकतंत्र के बढ़ते हमले के खिलाफ आज राष्ट्रीय जनता दल भी सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रही है अगर मांग पूरी नहीं होती है तो राष्ट्रीय जनता दल का आंदोलन और भी तेज होगा।