“ये हमारी और मायावती जी की इज़्ज़त का सवाल है” अखिलेश यादव की इमोशनल अपील
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गोरखपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बीजेपी पर हमला बोला है | अखिलेश यादव ने कहा कि जो लोग पांच साल पहले अच्छे दिनों की बात करते थे, वो बातें अब नहीं हो रही हैं। जनता को देश के चौकीदार के बारे में पता चल गया है। इसलिए जनता इस बार इनकी चौकी छीनने का काम करेगी। उन्होंने कहा “बीजेपी कहती थी कि अच्छे दिन आएंगे ,बताओ किसी के अच्छे दिन आए ? करोडो नौकरी नौजवानों को देगे लेकिन कुछ नहीं दिया।बीजेपी कहती थी कि किसानो की आय दोगुनी होगी लेकिन नही हुई। 5 किलो खाद और यूरिया चोरी करने का काम बीजेपी ने किया | बीजेपी ने कहा था नोटबंदी से आतंकवाद,कालाधन,भ्रष्टाचार खत्म हो जाएगा लेकिन नहीं हुआ | जिनके पास कालाधन था वो विदेश भाग गये। बीजेपी के लोग कहते थे दुश्मन के एक सिर के बदले 10 सिर ले लाएंगे। अब कहां हैं वो 56 इंच की छाती वाले जो 10 सर ला रहे थे | बताओ बनारस के चुनाव में एक फौजी से घबरा गये। वो कह रहा था फौज में पतली दाल ना मिले, खाना अच्छा मिले। वो कह रहा था हमें बुलेट ट्रेन नहीं बुलेट फ्रूफ जैकेट मिले।”
अखिलेश यादव ने बीजेपी को आड़े हाथों लिया और जनसभा के दौरान उन्होंने आगे कहा कि “बीजेपी जो वादा किया उसके खिलाफ काम किया। नोटबंदी और जीएसटी ने हमारी कमर तोड़ दी। नोटंबदी के समय में रिजर्व बैंक के गर्वनर रघुराम राजन, उर्जित पटेल और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि नोटबंदी गलत फैसला है। लेकिन बीजेपी मानने को तैयार नहीं है। जनता को सब समझ आ गया है। अब जनता सबक सीखाएगी। बीजपी अपने स्किल इंडिया , स्टार्ट-अप, मेक इन इंडिया भूल गई। नौजवानों को नौकरी देना भूल गये। जब नौजवानों ने नौकरी मांगी तो कहते हैं पकौड़े बेचो। बताओ नौजवानो पकौडे बेचने वाले बनोगे कि चौकीदार बनोगे। ”
गठबंधन को लेकर भी अखिलेश यादव ने कहा “ये चुनाव हमारे और मायावती जी की इज्जत का है। आजादी के बाद से हमें जो हक नहीं मिला उस हक को दिलाने का गठबंधन है। बाबा साहेब और लोहिया जी साथ काम करना चाहते थे। नेता जी और कांशीराम जी ने गठबंधन किया। एक बार फिर हमने और मायावती जी ने गठबंधन किया है। बीजेपी के लोग घबराये हुए है इसलिए वो लोग आतंकवाद का नाम लेकर वोट मांग रहे हैं | ”
अखिलेश यादव ने जनता से कहा कि “अगर हम आते है तो पुलिस में मेरिट के आधार पर भर्ती करेंगे। अगर केंद्र में हमारी सरकार बनी तो पैरा-मिलिट्री में भी मेरिट के आधार पर भर्ती करेंगे। दिल्ली की सरकार बनेगी तो चौकीदार हटेंगे और चौकीदार हटेंगे तो ठोकीदार भी हटेगें।