अब आप खाएँगे शाकाहारी माँस
अब तक जो मांस खाते थे उसमें किसी जानवर की बलि दी जाती थी लेकिन अब बिना किसी जानवर को मारे आपकी प्लेट में तैयार होगा माँस जिसे आप शाकाहारी माँस कहेंगे ।
दरअसल लैब में तैयार यह अहिंसा मीट देखने, खाने, महसूस करने में बिल्कुल किसी असली मीट की तरह ही लगेगा। इस खास मीट को तैयार करने का फैसला हैदराबाद में अगस्त 2018 में हुए फ्यूचर ऑफ प्रोटीन एंड फूड टेक्नॉलजी रिवॉल्यूशन की समिट में लिया गया। विशेषज्ञों का मानना है कि जानवरों के स्टेम सेल्स से तैयार मीट एक अनोखा पहल साबित होगा।
केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने समिट में CCMB को अगले 5 सालों में अहिंसा मीट को कमर्शल सेल के लिए मार्केट में उपलब्ध तैयार कराने का निर्देश दिया था। विशेषज्ञों का मानना है कि तकनीक की मदद से लैब में मीट तैयार कराने से भविष्य में स्लॉटर हाउसों की आवश्यकता काफी कम हो जाएगी। इससे खाद्य सुरक्षा के साथ ही साथ पशुओं के कल्याण और कार्बन फूटप्रिंट घटाने में भी मदद मिलेगी।
CCMB के निदेशक डॉक्टर राकेश मिश्र ने बताया, ‘जापान, नीदरलैंड, इजरायल की सरकारें क्लिन मीट कंपनियों को सपॉर्ट कर रही है। इसी तरह से अमेरिका में रेग्युलेटरी अथॉरिटी भी लैब में तैयार मीट के लिए कानूनी फ्रेमवर्क तैयार करने की तैयारी में है। हम लैब में तैयार मीट का उत्पादन इतना करना चाहते हैं, जिससे इंडस्ट्री लेवल पर इसका इस्तेमाल हो सके।’